शहर में एबी रोड और बाजार में तलघरों के निर्माण चार मंजिला इमारत तान दी हैं। लेकिन पार्किंग की जगह में दुकान बेची और खोली जा रही हैं। सदर बाजार में तलघरों में कपड़े के शोरूम, ज्वलैर्स की दुकानें संचालित हैं और उनके वाहन सड़क घेरकर खड़े कर दिए जाते हैं। यह नजारा सदर बाजार से लेकर पूरे शहर में है। मजेदार बात ये है कि कई तलघर संचालकों ने तो बगैर अनुमति के तलघर तान दिए हैं। हाल ही में जयस्तम्भ चौराहे के सामने एक तलघर का अवैध निर्माण हो रहा है, जिसकी शिकायत भी हुई, इसके बाद भी पर्दा डालकर काम कराया जा रहा है। एबी रोड स्थित तेलघानी पर द्वारिका भवन के पास एक बहुमंजिला इमारत तैयार हुई है उसमें भी बने तलघर में दुकानों का निर्माण किया गया है, पार्किग के लिए जगह तक नहीं छोड़ी है। ऐसे ही दूसरी बैंक और एसबीआई बैंक के भवन में एक व्यवसायिक शोरूम खुल गया है, अब वहां पार्किंग सड़क पर इतनी होने लगी है कि आधी सड़क घिरने लगी है। जिससे दुर्घटनाएं भी होने लगी हैं।
बिना अनुमति बनाए जा रहे तलघर
शहर में बिना अनुमति के तलघरों का निर्माण जारी है। शहर में 600 से अधिक तलघर हैं, लेकिन इनमें से कुछ लोगों ने ही अनुमति ली है। इसके बाद भी तलघरों का निर्माण जारी है। नपा की सख्ती नहीं होने से तलघर सिसोदिया कालोनी रोड और नानाखेड़ी पर भी बन गए हैं। नई सड़क, एबी रोड पर भी तलघरों में वाहन खड़े नहीं कराए जाते।
एबी रोड पर हर घंटे लगता है जाम
एबी रोड पर नानाखेड़ी से लेकर चिंताहरण मंदिर के बीच 8 किमी एरिया में सैकड़ों तलघर हैं। कई तो ऐसे हैं, जिनको नपा ने चिन्हित भी नहीं किए। हनुमान चौराहा से बड़े पुल के बीच ही कई इमारतों में तलघर हैं, लेकिन वाहन सड़क पर खड़े किए जाते हैं। बैंकों के आगे सबसे ज्यादा वाहन खड़े किए जाते हैं, इससे जाम लग जाता है।
बैठक के बाद कार्रवाई, फिर ठंडी
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हर बार शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर मुद्दा सामने आता है। नपा कार्रवाई के लिए नोटिस जारी करती है, लेकिन नोटिस से आगे कार्रवाई नहीं बढ़ पाती। ट्रैफिक पुलिस ने भी हर महीने 200 से 300 चालान बनाए, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। बैंकों में पहुंचने वाले ग्राहकों की ही जेब खाली हुई। बारिश से पहले भी नपा और ट्रैफिक पुलिस ने हाट रोड, सदर बाजार में स ती दिखाई, लेकिन न तो रोड से दुकान हटी और ना तलघरों में वाहन खड़े किए जा सके।