जून माह में जब सब्जियों के दाम बढ़े तो सब्जी विक्रेताओं ने पानी की कमी को कारण बताया। इस दौरान लोगों ने सोचा कि बारिश आने पर उन्हें हरी सब्जियों के दामों में राहत मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। क्योंकि जुलाई माह के प्रथम पखवाड़े तक तो काफी कम बारिश हुई लेकिन इसके बाद जैसे ही बारिश शुरू हुई तो रुकने का नाम लिया और लगातार बारिश जारी है। इसी अधिकता के चलते खेतों में खड़ी सब्जी की फसल पानी भरने से गल गई। जिसका असर बढ़ते दामों के रूप में देखने को मिल रहा है।
आलू, प्याज के दाम में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं: आलू-प्याज के दाम में अभी ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है। शहर में अलग-अलग स्थानों पर लगने वाले हाथ ठेलों पर 15 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से आलू उपलब्ध है। वहीं, कॉलोनियों में आने वाले हाथ ठेले वाले 15 से 20 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से आलू बेच रहे हैं। वहीं प्याज 25 से 30 रुपए तथा लौकी 10 से 15 रुपए किलो बिक रही है। सब्जी विक्रेता होतम सिंह ने बताया, बारिश से खेतों में पानी भर गया। बाहर से ज्यादा आ रही है। इसलिए दाम बढ़ गए हैं।
सब्जी : भाव
धनिया : 500
अदरक : 300
ककोरा : 200
हरी मिर्च: 160
फूलगोभी: 100
टमाटर: 50
भिंडी : 20
तौरिया : 40
लौकी : 10
खीरा : 40
करेला : 40
लहसून : 160
नीबू : 40
कद्दू : 30
प्याज : 25
आलू : 15
फल : भाव
अनार : 100
सेव : 100
पपीता : 50
नोट: दाम प्रति किला रुपए में