मॉडल स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के लिए बारिश मुसीबत बनकर आती है। बारिश होते ही स्कूल जाने का रास्ता कीचड़ से भर जाता है और स्कूल तक पहुंचने के लिए बच्चों को नाकों चने चबाने पड़ते हैं। कई बच्चे कीचड़ भरे रास्ते से होकर स्कूल जाने से बचते हैं। इस बार भी यही हाल हुआ। लेकिन गनीमत रही कि स्कूल के पीछे ही पीएम आवास बनाने वाली कंपनी का प्लांट है।
कंपनी ने रास्ते से अपने वाहन निकालने के लिए वहां कोपरा डलवा दिया है। इससे बच्चों को कुछ हद तक राहत मिली। लेकिन इसमें भी बीच-बीच में कीचड़ है और रास्ता ऊबड़-खाबड़ हो गया है। इसके चलते बच्चों का मॉडल स्कूल तक पहुंच पाने का रास्ता काफी मुश्किल हो गया है।
नहीं बन पाई सडक़
स्कूल भवन में कक्षाएं लगते तीन साल का लंबा समय बीत गया। लेकिन प्रशासन अभी तक बच्चों को सडक़ मुहैया नहीं करवा सका। कीचड़ और फिसलन के कारण कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। वर्तमान में सडक़ पर मिट्टी डालकर छोड़ दी गई है। सूखे में तो यहां से स्कूल तक पहुंचा जा सकता है, लेकिन मिट्टी के गीला होने के बाद रास्ता बंद हो जाता है।
प्रधानमंत्री सडक़ और पुलिया अधूरी
ग्राम पंचायत समरसिंगा में प्रधानमंत्री सडक़ योजना के तहत पुलिया का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन बारिश से पहले पुलिया बनकर तैयार नहीं हो सकी है। उसे अधूरा छोड़ दिया गया है। इस पुलिया की बजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ये मार्ग सुजाखेड़ी से होकर जाता है और समरसिंगा की ओर जाने का एक मात्र रोड है। लेकिन उसे अब तक पूरा नहीं किया गया है।
इसी पुलिया का अभी तक जितना भी कार्य हुआ है, उसमें अच्छी सामग्री नहीं लगाई गई है। ग्रामीणों को निकलने के लिए काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि यह समझ से परे हैं कि अभी तक निर्माण नहीं किया गया। अब बारिश शुरू हो गई है। बरसात के मौसम में यहां पर लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।