समय के साथ-साथ शासन ने सभी तरह की व्यवस्था को अनलॉक तो कर दिया है। लेकिन आमजन से अस्पतालों में मरीजों को संक्रमण से बचाने कोई खास इंतजाम नहीं किए हैं। संक्रमण से बचाने को लेकर प्रशासन ने जो गाइड लाइन निर्धारित की है, वह सिर्फ कागजों तक ही सीमित होकर रह गई है। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि मास्क नहीं तो सेवा नहीं का पालन जिला अस्पताल में नहीं हो रहा है। यहां आने बिना मास्क के आने वाले मरीजों को न तो टोका जा रहा है और न ही मास्क उपलब्ध कराने की कोई व्यवस्था है। इसके अलावा अस्पताल परिसर में अलग से टीबी अस्पताल होने के बावजूद टीबी मरीजों को जिला अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने जाने पड़ रहा है। क्योंकि टीबी के डॉक्टर वहां न बैठकर अस्पताल की ओपीडी में सेवाएं दे रहे हैं। जिससे अन्य मरीजों को संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
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स्टाफ को सुरक्षित किया मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ा
स्वास्थ्य महकमा कोरोना संक्रमण से आमजन को बचाने तमाम तरह की हिदायतें देता है लेकिन इसका पालन खुद उनके अस्पताल में नहीं हो रहा है। यहां कोरोना जांच कराने आने वाले मरीजों को संक्रमण से बचाने कोई इंतजाम नहीं हैं। स्टाफ तो शीशे के केबिन में पूरी तरह से सुरक्षित हो गया है। लेकिन मरीज की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अस्पताल में कोरोना की जांच कराने आने वाले मरीजों को पर्चा बनवाने अलग से खिड़की है लेकिन जिस काउंटर पर उनकी काउंसलिंग होती है वहां मरीज से डॉक्टर एक लंैड लाइन फोन के जरिए बात करते हैं, जिसे वायरस रहित नहीं किया जाता है। यही नहीं मरीजों को फोन का इस्तेमाल करने से पहले ग्लब्स भी नहीं दिए जाते हैं।
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स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन के मुताबिक सर्दी के मौसम में कोरोना संक्रमण से टीबी, अस्थमा व हृदय रोगियों को ज्यादा खतरा है। क्योंकि टीबी मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। साथ ही ज्यादा दिनों तक खांसी होने पर संक्रमण का खतरा ज्यादा हो जाता है। अस्थमा रोगी को पहले से ही सांस लेने में तकलीफ होती है। सर्दी के मौसम में नसें और ज्यादा सिकुड़ जाती हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण और ज्यादा परेशानी पैदा कर देता है। इसी तरह हृदय रोगी व मधुमेय से पीडि़त मरीजों को भी सर्दी के मौसम में कोरोना संक्रमण घातक साबित हो सकता है। इसलिए प्रारंभिक स्तर पर परेशानी सामने आने के बाद तत्काल डॉक्टर को दिखाना जरूरी है।
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ऐसे बढ़ रहे कोरोना के मरीज
दिनांक पॉजिटिव
01 नवंबर 00
02 नवंबर 05
03 नवंबर 04
04 नवंबर 11
05 नवंबर 11
06 नवंबर 11
07 नवंबर 14
08 नवंबर 05
0९ नवंबर 14
10 नवंबर 03
12 नवंबर 05
13 नवंबर 15
14 नवंबर 04
15 नवंबर 02
16 नवंबर 06
17 नवंबर 11
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यह बोले जिम्मेदार
नवंबर माह में जिस तरह से कोरोना मरीज निकल रहे हैं। वहीं आगे चलकर बढ़ती सर्दी में मरीजों के बढऩे की संभावना है। सर्दी के मौसम में लोगों को अपने स्वास्थ्य का बहुत ज्यादा ख्याल रखने की जरुरत है। क्योंकि सर्दी, जुकाम, खांसी व अस्थमा के मरीज को कोरोना संक्रमित होने पर परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है।
सत्येंद्र रघुवंशी, जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी