इस संबंध में जन शिक्षा केंद्र शहरोक पर जन शिक्षक पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा ४ जुलाई को कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसी बीच जिला शिक्षा अधिकारी संजय श्रीवास्तव शहरोक आए और जन शिक्षक पुरुषोत्तम शर्मा से अभद्रता की। इसी बात से सभी बीएसी और सीएसी नाराज हो गए हैं। उनके द्वारा प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। ब्लाक में विरोध हो सकता है।
डीईओ ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल
जन शिक्षक शर्मा ने बताया कि डीईओ बोलने लगे तुम कहां जा रहे हो। जब शर्मा द्वारा बताया कि सर में जन शिक्षक हूं और कार्यशाला में जा रहा हूं, जिसमें बीएसी भी आ रहे हैं। तब जिला शिक्षा अधिकारी बोलने लगे, कौन होता है सीएससी। जन शिक्षक किसने बनाया। बीआरसी कौन होता है जन शिक्षक बनाने वाला। आज से जन शिक्षक का आदेश निरस्त। अंदर बैठो। यह टिप्पणी स्टाफ पंजी पर भी अंकित की गई। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। इस वजह से ब्लाक में कार्यरत जन शिक्षक एवं बीएससी की कार्यानुमति की अनुशंसा एसडीएम आरोन द्वारा की गई। जन शिक्षकों ने अभी एक साथ हुआ, विरोध नहीं हुआ तो कल दूसरे के साथ हो सकता है।
सीएसी सहायक अध्यापक को नहीं बनाया जा सकता है। प्रभार दिया है। सीएसी के नाम पर पढ़ाते नहीं है। स्कूल से चले जाते हैं। उनको हिंदी की वर्णमाला भी नहीं आते हैं। स्कूल में पढ़ाई छोड़कर चले जाते हैं। न तो उनके पास डायरी है और नहीं पढ़ाई कराई। पूछा तो इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं। इस्तीफा दे दें, मैं दूसरे को नियुक्त कर दूंगा।
-संजय श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी गुना