इसके साथ ही इन बस आॅपरेटरों द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया भी वसूला जा रहा है। खास बात तो ये है कि कई बसें तो इतनी खटारा हैं उनमें खिडक़ी तक नहीं हैं और न अच्छी सीटें।
आ रहीं हैं शिकायत…
परिवहन विभाग के अनुसार यात्री बसों में 92 पैसे प्रति किलोमीटर किराया निर्धारित है। गुना के अलावा प्रदेश के अन्य दूसरे जिलों से यात्री बसों द्वारा अधिक किराया वसूलने की शिकायतें परिवहन आयुक्त के पास पहुंच रही थीं।
परिवहन विभाग के अनुसार यात्री बसों में 92 पैसे प्रति किलोमीटर किराया निर्धारित है। गुना के अलावा प्रदेश के अन्य दूसरे जिलों से यात्री बसों द्वारा अधिक किराया वसूलने की शिकायतें परिवहन आयुक्त के पास पहुंच रही थीं।
उन शिकायतों के बाद परिवहन आयुक्त डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने जिला परिवहन अधिकारी समेत प्रदेश भर के आरटीओ समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को एक पत्र भेजा है जिसमें कहा है कि वे अधिक किराया वसूलने वाली बसों के विरुद्ध अभियान के तहत कार्रवाई करें।
यह है स्थिति
ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाली बसों की स्थिति ये है कि एक किलोमीटर के एक रुपए से लेकर सवा रुपए प्रति किलोमीटर वसूल रहे हैं। जबकि परिवहन विभाग ने बसों के लिए किराया 92 पैसे प्रति किलोमीटर निर्धारित किया है।
ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाली बसों की स्थिति ये है कि एक किलोमीटर के एक रुपए से लेकर सवा रुपए प्रति किलोमीटर वसूल रहे हैं। जबकि परिवहन विभाग ने बसों के लिए किराया 92 पैसे प्रति किलोमीटर निर्धारित किया है।
समझौता शुल्क वसूलने का प्रावधान: विहित प्रावधान एवं शर्तों का उल्लंघन किए जाने पर संबंधित बस से समझौता शुल्क वसूल किए जाने का प्रावधान है। उल्लंघन करने पर समझौता शुल्क भी वसूला जाए। लेकिन नहीं लिया जा रहा है।
यह है किराया नियम…
सामान्य प्रक्रम वाहन से 92 पैसे प्रति किलोमीटर।
रात्रि बस सेवा के लिए- सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 10 प्रतिशत अधिक।
डीलक्स बस नॉन एसी-सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 25 प्रतिशत अधिक।
स्लीपर- सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 40 प्रतिशत अधिक।
डीलक्स बस एसी- सामान्य प्रक्रम किराए से 50 प्रतिशत अधिक।
सुपर लग्जरी कोच एसी- सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 75 प्रतिशत अधिक।
सामान्य प्रक्रम वाहन से 92 पैसे प्रति किलोमीटर।
रात्रि बस सेवा के लिए- सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 10 प्रतिशत अधिक।
डीलक्स बस नॉन एसी-सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 25 प्रतिशत अधिक।
स्लीपर- सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 40 प्रतिशत अधिक।
डीलक्स बस एसी- सामान्य प्रक्रम किराए से 50 प्रतिशत अधिक।
सुपर लग्जरी कोच एसी- सामान्य प्रक्रम वाहनों के किराए से 75 प्रतिशत अधिक।
बसों संचालक यदि निर्धारित किराए से अधिक वसूल रहे हैं, तो इसको दिखवाया जाएगा और बगैर फिटनेस के वाहनों की धरपकड़ की जाएगी।
– डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, आयुक्त परिवहन विभाग
– डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, आयुक्त परिवहन विभाग