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आसमान से बरसा फसलों के लिए जीवनदायी अमृत, किसान खुश

locationगुनाPublished: Aug 09, 2018 09:42:20 am

करीब दो सप्ताह के लंबे इंतजार के बाद बुधवार को आसमान से फसलों के लिए जीवनदायी अमृत की वर्षा हुई।

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खेतों में पड़ गई थी दरार, दो सप्ताह बाद 9 घंटे की बारिश से सूखती फसलों में आई जान

गुना. करीब दो सप्ताह के लंबे इंतजार के बाद बुधवार को आसमान से फसलों के लिए जीवनदायी अमृत की वर्षा हुई। मुरझाई हुई फसलों को जहां नया जीवन मिला, वहीं किसानों के चेहरे पर छाई चिंता की लकीरें भी दूर हुईं और गर्मी से सूख रहे खेतों में पड़ी दरारें भी।

सावन की शुरूआत से ही जिले बारिश का दौर थम गया था और सावन सूखा ही जा रहा है। लेकिन मंगलवार दोपहर बाद मौसम ने करवट बदलनी शुरू की और बुधवार को सावन जमकर बरसा। सावन की पहली झड़ी में भीगकर बच्चों व युवाओं ने आनंद उठाया। वहीं कई लोग रेन कोट व छाता लेकर भी बारिश का मजा लेने घरों से निकले।

जिले में मंगलवार को कहीं-कहीं हल्की-फुल्की बारिश के बाद बुधवार तेज बारिश हुई। सुबह 9.30 बजे के बाद कभी तेज कभी धीमी बारिश होती रही। दोपहर 2 बजे बारिश ने जोर पकड़ा, लेकिन 10-15 मिनिट बाद ही बारिश रुक कई। इसके बाद दोपहर 3 बजे से फिर तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। करीब एक घंटे तक हुई तेज बारिश ने शहर सहित पूरे जिले को तर कर दिया। शाम तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले एक-दो दिन और ऐसे ही बारिश की संभावना है।

24 घंटे में 5.5 मिमी बारिश दर्ज
भू अभिलेख शाखा के अनुसार जिले में 24 घंटे में 5.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बुधवार को सुबह 8 बजे से शाम को 5.30 बजे तक 23.4 मिमी बारिश हुई। 24 घंटे में गुना में 10.2, राघौगढ़ में 9, चांचौड़ा में 6 तथा कुंभराज 8 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं अब जिले में कुल 510 मिमी बारिश हो चुकी है। जबकि पिछले साल इस अवधि में 465.6 मिमी बारिश ही हुई थी।

फसलों को फायदा
शहर सहित आसपास के इलाकों में भी बारिश होने से सबसे अधिक फायदा किसानों को मिला। खेतों में नमी न होने के कारण किसान फसलों में दवा का छिड़काव नहीं कर पा रहे थे। लेकिन अब वे दवा छिड़क कर खरपतवार को फसल से दूर कर सकेंगे। अभी क्षेत्र में कई स्थानों पर खेतों में खरपतवार बहुत अधिक नजर आ रही है। इसके अलावा कीट व्याधि से भी फसल को मुक्ति मिल सकेगी।

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