पैसे भी खर्च कर दिए काम भी नहीं हुआ
दरअसल, अक्टूबर 2009 में तत्कालीन विधायक राजेंद्र सिंह सलूजा ने दुर्गा कालोनी में रैन बसेरा बनाने के लिए विधायक निधि से राशि मंजूर की थी। यह राशि खर्च भी कर दी गई, लेकिन काम नहीं हुआ। मामला प्रकाश में आने के बाद जिला सांख्यिकी एवं योजना अधिकारी महेंद्र कुमार नबैया पुत्र कृष्ण लाल नबैया की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
इन धाराओं में मामला दर्ज
कोतवाली पुलिस ने नपाध्यक्ष सलूजा सहित 6 पर आईपीसी की धारा 420, 197, 198 और 120 के तहत और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रैन बसेरा घोटाला का मामला दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि आरोपीगणों द्वारा रैन बसेरा निधि से पैसे निकालकर रैन बसेरा घोटाला किया है और निर्माण पूर्ण नहीं कराया।
इन्हें बनाया आरोपी
कोतवाली पुलिस ने पूर्व विधायक एवं नगर पालिका अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सलूजा के अलावा शासकीय कर्मचारी विनोद बिहारी सक्सेना, अरुण भारद्वाज, आरके अहिरवार, प्रदीप कुमार सक्सेना, एसके शोरी को भी आरेापी बनाया है।
एक दिन पहले ही कांग्रेसियों ने किया था हंगामा
नपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सलूजा पर एफआईआर के आदेश जारी होने के बाद दो दिन तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ तो शुक्रवार को कांग्रेसी कोतवाली पहुंच गए थे। उनके द्वारा हंगामा किया गया। हंगामा कर रहें कांग्रेसियों अधिकारियों ने आश्वासन दिया तबज जाकर माने थे। प्रकरण को लेकर देर शाम कलेक्टर भास्कार लाक्षाकार और एसपी राहुल कुमार लोढ़ा भी कोतवाली पहुंचे थे। उनके वहां से निकलने के बाद रैन बसेरा घोटाला करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।