scriptपत्रिका अलर्ट : लॉक डाउन में ऑन लाइन शॉपिंग करें लेकिन जरा बचके | Magazine Alert: do online shopping in lock down but please be careful | Patrika News

पत्रिका अलर्ट : लॉक डाउन में ऑन लाइन शॉपिंग करें लेकिन जरा बचके

locationगुनाPublished: May 10, 2021 12:58:51 am

Submitted by:

Narendra Kushwah

फेसबुक आईडी हैक कर पैसे मांगने की घटनाएं आ रही सामनेऑन लाइन ठगी करने वाले व हैकर आसानी से पकड़े न जाने के कारण बढ़ रही घटनाएं

पत्रिका अलर्ट : लॉक डाउन में ऑन लाइन शॉपिंग करें लेकिन जरा बचके

पत्रिका अलर्ट : लॉक डाउन में ऑन लाइन शॉपिंग करें लेकिन जरा बचके

गुना. लॉक डाउन के दौरान ऑन लाइन ठगी के मामले सामने आने लगे हैं।ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य लोगों को न सिर्फ फर्जी फोन कॉल कर झांसे में लेने का प्रयास कर रहे हैं बल्कि फेसबुक आईडी को हैक कर आर्थिक ठगी करने के प्रयास में निरंतर लगे हुए हैं। लॉक डाउन के दौरान ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन पुलिस के पास कुछ ही मामलों की लिखित शिकायत पहुंची है। क्योंकि लॉक डाउन की वजह से लोग थाने नहीं गए हैं। वहीं कुछ लोगों ने इसलिए शिकायत दर्ज नहीं कराई क्योंकि वे अपने साथी की सजगता की वजह से ठगी का शिकार होने से बच गए हैं। लेकिन यदि ठगी करने वाले लोग पकड़े नहीं गए तो आगे चलकर कोई भी व्यक्ति इस तरह की ठगी का शिकार हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक लॉक डाउन की वजह से अधिकांश लोग इस समय अपने घरों के अंदर ही हैं। वे इस समय अपना ज्यादातर समय मोबाइल पर ही व्यतीत कर रहे हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉक डाउन की वजह से देश के कई रेड जोन क्षेत्र में फंसे हुए हैं। उन्हें इस समय पैसे की सख्त जरूरत है। इसी मजबूरी का फायदा हैकर उठा रहे हैं। हाल ही में एक मामला ऐसा भी सामने आ चुका है जिसमें हैकर ने रिश्तेदार बनकर दूसरे के खाते में पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए कहा। लेकिन उक्त रिश्तेदार ने अपने दूसरे रिश्तेदार से जब जानकारी ली तो वह ठगी का शिकार होने से बच गया।
कुल मिलाकर ठगी करने वाला गिरोह तथा फेसबुक आईडी हैक करने वाला व्यक्ति जब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ेगा तब तक इस तरह की घटनाओं पर रोक नहीं लग सकेगी। इसी का फायदा ठग गिरोह के सदस्य उठा रहे हैं।

केस : 1
विवरण : शहर के वार्ड क्रमांक-14 निवासी अशोक कुमार ने बताया कि वे अपनी फेसबुक बहुत कम चलाते हैं। बीते कई दिनों से खोलकर देखी भी नहीं थी। रात करीब 12 बजे उनके एक दोस्त ने फोन कर बताया कि उनकी फेसबुक आईडी किसी ने हैक कर ली है। जो फेसबुक पर पैसों की मांग कर रहा है। उक्त हैकर ने फेसबुक पर लिखकर पहले पूछा कि क्या आप पेटीम यूज करते हो। जिसके बाद उसने एक नंबर (7249998 593) पर 5 हजार रुपए पेटीएम करने के लिए कहा। घटना का सुखद पहलु रहा कि जिस व्यक्ति से हैकर पैसे की मांग कर रहा था, वह पहले से ही इस तरह के मामलों को लेकर सजग था। इसलिए वह हैकर के झांसे में नहीं आया और फेसबुक आईडी के यूजर को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दे दी। जिसके बाद उन्होंने तत्काल अपनी फेसबुक आईडी का पासवर्ड चेंज कर दिया।

केस : 2
विवरण : शहर की त्रिमूर्ति कॉलोनी निवासी विक्रांत ने बताया कि उनके साथ जो घटना लॉकडाउन के समय ही घटी थी। कोई हैकर्स मेरी फेसबुक हैक कर मेरे परिचित एवं मित्रों से पैसे की मांग कर गलत मैसेज भेज रहा था। जानकारी लगते ही मैंने अपने अधिकांश परिचित एवं रिश्तेदारों को व्यक्तिगत सूचना देकर लेन-देन नहीं करने की बात कही।

हैक होने से बचाने यह तरीके अपनाएं
अकाउंट को सिक्योर करने के लिए फेसबुक कई तरह के ऑप्शन तो देता है लेकिन इसके बारे में कम ही यूजर को जानकारी होती है। फेसबुक का एक बैस्ट फीचर है इनेबिल लोगिन अलर्ट। इसे ऑन करने के बाद कोई भी यूजर जब आपका फेसबुक अकाउंट लॉगिन करेगा तो उसका नोटिफिकेशन मिल जाएगा। इस ऑप्शन को चालू करने के लिए फेसबुक की सैटिंग, सिक्योरिटी एंड लोगिन में जाकर एक्सट्रा सैटिंग में जाकर लोगिन अलर्ट को इनेबिल करना है। इसके अलावा यदि आप चाहते हैं कि फेसबुक अकाउंट हैक न हो तो फेसबुक अकाउंट की कॉन्टेक्ट एंड बेसिक इनफॉरमेशन को हाइड कर देना चाहिए। खास तौर पर फोन नंबर या ईमेल एडे्रस को तो जरूर हाइड करके रखना चाहिए। इसके अलावा स्ट्रांग पासवर्ड बनाना चाहिए। जिसमें अल्फाबेट, न्यूमेरिक व स्पेशल केरेक्टर का उपयोग करना चाहिए। सामान्यत: 6 माह के अंतराल पर पासवर्ड बदलते रहना चाहिए। फेसबुक अकाउंट में मोबाइल नंबर जरूरी एड करें। जिससे यूजर को अकांउट से जुड़ी हर जानकारी एसएमएस के जरिए समय-समय पर मिलती रहेगी। जहां तक हो सके स्वयं के ही मोबाइल व कम्प्यूटर का उपयोग करें। अपने पासवर्ड को सेव न करें। स्पाम लिंक पर क्लिक न करें। फेसबुक चलाने के बाद उसकी हिस्ट्री डिलीट कर दें।

ऑनलाइन शॉपिंग ने ठगी की घटनाओं को बढ़ाया
लॉक डाउन की बंदिशों के चलते ऑन लाइन शॉपिंग को बढ़ावा मिल रहा है। इससे उपभोक्ता को फायदा तो है लेकिन जरा सी गलती भारी भी पड़ सकती है। ठग भी लोगों को शिकार बनाने के नए-नए तरीके खोज रहे हैं। संकट के समय में पत्रिका आमजन को ठगी की घटनाओं से बचाने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बता रहा है।

तरीका : गूगल के प्ले स्टोर पर ऐप लॉन्च करना काफी आसान है। इसी का फायदा उठाकर ठगी करने वाले फेमस ई-कॉमर्स साइट्स के ऐप का क्लोन (नाम और फीचर में मिलता-जुलता ऐप) बना कर प्ले स्टोर पर अपलोड कर देते हैं। ऐसे में लोग जब प्ले स्टोर पर किसी ऐप को सर्च करते हैं तो कई बार क्लोन ऐप को ही असली ऐप समझ कर डाउनलोड कर लेते हैं और उन्हीं पर शॉपिंग करने लगते हैं।
बचाव : इस स्थिति से बचने के लिए ग्राहकों को चाहिए कि वे जिस भी ई-कॉमर्स साइट का ऐप डाउनलोड करना चाहते हैं उसकी साइट पर जाएं और वहां पर दिए गए ऐप डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें। यह लिंक यूजर को प्ले स्टोर पर रीडायरेक्ट कर देता है। जहां से ऑफिशियल ऐप डाउनलोड किया जा सकता है।
तरीका : इन दिनों किसी भी व्यक्ति को फोन कर ठगी करने का चलन आम हो गया है।
फोन पर कहा जाता है कि उनको फलां कंपनी की तरफ से लकी कस्टमर चुना गया है। वे उन्हें यह भी बताते हैं कि लकी कस्टमर होने के कारण आपको 50 हजार का मोबाइल सिर्फ 7 हजार या 10 हजार में मिलेगा। इसके लिए आपको ये पैसे कंपनी के अकाउंट में जमा कराने होंगे। आईएमपीएस जैसी तकनीक आ जाने से किसी को पेमेंट करते वक्त सामने वाले खाताधारक के नाम की खास जरूरत नहीं होती है। मतलब अगर खाता धारक का नाम गलत है तो भी पैसे उसके अकाउंट में चले जाएंगे। ऐसे में ठग कंपनी का फर्जी नाम बताकर पेमेंट ले लेते हैं।
बचाव : इस तरह की ठगी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि इन फोन कॉल्स के चक्कर में न पड़ें। कोई भी कंपनी इस तरह फोन करके ऑफर नहीं देती है।

तरीका : ठग सामने वाले व्यक्ति को फोन करके किसी नम्बर पर एसएमएस करने को कहते हैं और उसके एसएमएस करने के बाद उसका नम्बर खुद अपने पास एक्टिवेट करवा लेते हैं। नम्बर एक्टिवेट करवाने के बाद उस नम्बर से रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट या वॉलेट से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। ये ऑनलाइन ठगी का नया ट्रेंड है।
बचाव : इस तरह की ठगी से बचने के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति भले ही वह फोन पर अपने आपको बैंक का अधिकारी होने का दावा करे तब भी उसके कहने पर किसी भी नम्बर पर मैसेज न करें। इसके अलावा किसी के साथ अपने क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड की डिटेल्स न शेयर करें और न ही किसी को ओटीपी बताएं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो