ऐसे ही सेंपल की दवा बेचने वालों की धरपकड़ तीसरे दिन भी जारी रही। इनमें नशीली व प्रतिबंधित दवाएं भी शामिल हैं। इन दवाओं के बारे में सोमवार को ड्रग इंस्पेक्टर की रिपोर्ट व अवलोकन के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा कि ये दवाएं कितनी और कितनी राशि की हैं और इसमें नशीली और प्रतिबंधित दवाएं कौन-कौन सी शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्वालियर समेत अन्य मु य शहरों से प्रतिदिन आधा सैकड़ा से अधिक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव यहां अलग-अलग कंपनियों के दवाएं यहां लेकर आते हैं, जिनका मु य काम डॉक्टरों के यहां जाकर उन दवाओं का प्रचार-प्रसार कराना है और उनको से पल की दवाएं देना हैं।
लेकिन कुछ दिनों से यहां आने वाले मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव से पल की दवाएं यहां लाकर डॉक्टरों को न देकर दवाओं का कारोबार करने वालों को बेचने के काम में लगे हुए थे।इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा को लगी तो उन्होंने कोतवाली पुलिस को से पल की दवाएं बेचने वालों की धरपकड़ करने के निर्देश दिए।
बताया गया कि दो दिन पूर्व कोल्हापुरा में लाइसेंस खत्म होने के बाद प्रिया मेडिकल स्टोर के नाम से मेडिकल स्टोर चलाने वाले मुकेश साहू के यहां पुलिस ने छापा मारा था, जहां से बड़ी मात्रा मेें से पल की दवाएं बरामद हुईं।
सके बाद महावीरपुरा में से पल की दवाएं जब्ती की कार्रवाई कोतवाली पुलिस कर रही है। जिसकी सं या और राशि व कितनी नशीली दवाएं इसमें शामिल हैं, इस सबका आंकलन कोतवाली पुलिस एक टीम के साथ लगी हुई है।
संभावना ये है कि सोमवार को तीन दिन चलने वाली सेंपल दवाओं की धरपकड़ का पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा।इसकी वजह ये है कि गुना में पदस्थ ड्रग इंस्पेक्टर भी अभी शहर से बाहर हैं, जो संभवत: सोमवार को वापस आएंगे, वे इन दवाओं की जांच कर अपनी रिपोर्ट देंगे, उसके बाद ही कोतवाली पुलिस दोषियों पर आपराधिक मामला दर्ज करेगी।
कार्रवाई हो सकती है एमआर पर भी
सूत्र बताते हैं कि से पल की दवाओं का लगातार जखीरा मिलने से यह खुलासा हो गया है कि एमआर लगातार से पल की दवाएं यहां बेच रहे थे, पुलिस आरोपियों के साथ-साथ विभिन्न दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों से भी पूछताछ कर सकती है।