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आईएसओ दर्जा प्राप्त थाने में लंबित हैं सबसे ज्यादा 472 शिकायतें

44 दिन में 158 मामले दर्ज, 107 लंबित 472 शिकायतों का नहीं हो सका निराकरण, 49 गुमशुदगी बेसुराग175 गिरफ्तारी, 296 जमानती तथा 363 स्थायी वारंट लंबित

गुनाFeb 16, 2020 / 12:20 pm

Narendra Kushwah

आईएसओ दर्जा प्राप्त थाने में लंबित हैं सबसे ज्यादा 472 शिकायतें

गुना. जिला मुख्यालय स्थित सिटी कोतवाली को हाल ही में आईएसओ सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है। जिसके बाद एकाएक यह थाना चर्चा में आ गया था। थाने के आकर्षक भवन को देखकर कोई भी इसे बैस्ट थाना कह सकता है। थाने में दर्ज अपराध और उनके निराकरण की स्थिति देखें तो यह थाना लंबित शिकायतों के मामले में जिले के 18 थानों में पहले नंबर पर है। पुलिस के आंकड़ें बताते हैं कि 2020 में कैंट थाने में जहां 166 अपराध दर्ज हुए तो वहीं सिटी कोतवाली में 158 मामले दर्ज हो चुके हैं। इसी तरह कैंट में 128 जबकि कोतवाली में 107 अपराध लंबित हैं। वहीं शिकायतों के निराकरण के मामले में तो कोतवाली पुलिस काफी पीछे है। कैंट थाने में जहां मात्र 36 शिकायतें लंबित हैं तो वहीं सिटी कोतवाली में यह आंकड़ा 472 तक पहुंच चुका है। अन्य अपराधों की बात करें तो सिटी कोतवाली में लंबित चालानोंं की संख्या 30 है। वहीं वारंटों की तामील करने की स्थिति देखें तो कोतवाली में 175 गिरफ्तारी, 296 जमानती तथा 363 स्थायी वारंट लंबित हैं।

सिटी कोतवाली के बड़े मामले
– जनवरी माह में सिटी कोतवाली पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से बैंकों के भीतर उपभोक्ताओं से ठगी करने वाले चार अंतराज्यीय बदमाशों को पकड़ा था। अहम बात यह थी कि ठगी का शिकार फरियादी थाने में शिकायत करने बाद में पहुंचा, उससे पहले पुलिस ने चारों बदमाशों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। पुलिस के अनुसार बदमाश 500 रुपए के नोटो के साइज से खाली कागजों को काटकर गड्डी बनाते थे। उनके ऊपर और नीचे 500 रुपए लगा देते थे। इस दौरान वह उपभोक्ताओं से बैंक में फार्म भरने में मदद करने के नाम पर ठगी कर लेते थे। फरियादी मनोज सोनी ने सिटी कोतवाली में शिकायत करते हुए बताया था कि उसके साथ चार लोगों ने बैंक में पैसे जमा करने के नाम पर ठगी कर दी। साथ ही उसके हाथ में खाली कागज रुमाल में बंद कर थमाकर चले गए। फरियादी ने यह भी बताया था कि आरोपितों ने उससे कहा कि उन्हें बैंक में 80 हजार रुपए जमा करने हैं। वह लाइन में लगकर हमारे पैसे जमा कर देंगे लेकिन उन्होंने बाद में बदमाश रुमाल में बंद खाली कागज थमाकर चले गए। यह बदमाश इससे पहले दिल्ली सहित अन्य राज्यों में ठगी की घटना को अंजाम दे चुके थे।

अगस्त 2019 में कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल की मदद से दिल्ली में कॉल सेंटर संचालित कर देश भर में ठगी करने वाली गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। यह गैंग डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, ओटीपी नंबर फोन पर पूछकर खाते से पैसा निकालने का काम करता था। पकड़े गए आरोपी दिल्ली निवासी मनोज वर्मा, देंवेद्र गिल और धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया था कि असरफ खान गैंग का मुखिया है। वे इस काम के माध्यम से रोजाना 20 से 25 लाख रुपए कमाते थे। उनके अंडर में कई लोग और काम करते थे। जिन्हें 20 से 25 हजार रुपए माह वेतन दिया जाता था। गैंग का पर्दाफाश उस समय हुआ जब सिटी कोतवाली में 24 नवंबर को राधा कॉलानी निवासी यशवंत धाकड़ ने ठगी की शिकायत की थी। गैंग के सदस्यों ने उनसे कॉल कर क्रेडिट कार्ड का वेरिफिकेशन के संबध में बैंक अधिकारी बनकर बात की थी। बातों में उलझाकर कार्ड के ऊपर लिखे 15 डिजिट का नंबर, सीसीवी नंबर और पासवर्ड पूछते हुए 60 हजार रुपए खाते से उड़ा दिए थे। पुलिस के अनुसार गैंग का जाल विदेशों में भी फैला हुआ है।
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