सिसौदिया को लगता है कि उन्होंने भाजपा में आकर भूल की है तो जहां जाना चाहें वो जा सकते हैं। हाल ही में जज्जी बस स्टैंड के लोकार्पण में मंत्री सिसौदिया ने चुनाव में सिंधिया के हारने पर यह कहकर जनता की ओर से सिंधिया से माफी मांगी थी कि जो हमसे गलती हुई थी, उसके लिए माफ करें। उन्होंने पीएम मोदी की तुलना मुगल शासक अकबर से कर सिंधिया को सर्वश्रेष्ठ रत्न बताया था।
सांसद डॉ. यादव ने रविवार को पत्रिका से विभिन्न विषयों पर बातचीत की। निशाने पर सिसौदिया रहे। पढ़िए मुख्य अंश...।
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केपी- सिसौदिया लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। जनता ने भाजपा या मुझे चुनाव में जिताकर कोई गलती नहीं की थी। क्या कांग्रेस को जनता जिता देती। मेरी पहचान पार्टी से है। भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मान करती है। सिसौदिया को गुना की जनता और कार्यकर्ताओं का अपमान करने का कोई हक नहीं है। उस जनता का जिसने उन्हें उपचुनाव में जिताया।
इसमें साजिश है
सिसौदिया कहीं न कहीं सिंधिया की छवि धूमिल कर रहे हैं। सिंधिया ने कभी नहीं कहा, सांसद को सम्मान नहीं दो। प्रोटोकॉल का पालन न करो। मुझे लगता है कि इसमें कहीं न कहीं साजिश है। उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि वे जहां और जो कुछ भी हैं, भाजपा से हैं। मेरे और सिंधिया के बीच कुछ नहीं हैं। संजू जैसे मंत्री और समर्थक मेरे, उनके खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं।
हो सख्त कार्रवाई
केपी ने कहा, उन्हें (सिसौदिया) ऐसा लग रहा है कि भाजपा में आकर गलती की है, तो वे जहां जाना चाहें जा सकते हैं। प्रधानमंत्री की तुलना उस व्यक्ति से कर रहे हैं, जिससे सब नफरत कर रहे हैं। शीर्ष नेतृत्व से आग्रह करूंगा कि मामले में सख्त कार्रवाई करे। उनकी हरकतों से ऐसा लगता है कि जैसे उन्होंने भाजपा के खिलाफ ही सुपारी ले रखी हो।