वार्ड के हर घर से संपर्क बनाकर उनकी छोटी-मोटी समस्याओं के लिए संबंधित अधिकारियों के पास जाकर निराकरण कराती रहीं। उनके वृद्धाकाल में काम करने की इच्छा और जुनून को देखकर इस चुनाव में वार्ड के लोगों ने उन्हीं को वोट दिया। ऐसे में तीसरी बार वह नगर परिषद में वार्ड 14 से पार्षद पद के लिए चुन ली गईं। पटलन बाई ने 210 वोट हासिल कर अपनी प्रतिद्वंदी निर्दलीय प्रत्याशी रेखा बाई शिल्पकार को 5 वोटों से हराया।
जिसको 205 वोट मिले थे। उसने निर्दलीय के साथ-साथ भाजपा और कांग्रेस की भी महिला उम्मीदवारों को बुरी तरह हराया। यहां भाजपा तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर आई। इस वार्ड से 10 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरी थीं। इस जीत के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। भाव विभोर होकर अपने समर्थक को गले से लगा लिया।
वैसे तो निरक्षर हैं...पर जनसेवा में ‘साक्षर’
वार्ड 14 के घोसी मोहल्ला में रहने वाली 75 साल की गेंदीबाई निरक्षर हैं। पति भूरेलाल का कुछ समय पहले ही निधन हुआ है। दो बेटे और एक बेटी हैं। उसके मन में क्षेत्र की जनता की सेवा करने का विचार आया और वह राजनीति में उतर गईं। वह पहले भाजपा में शामिल हुईं। पार्टी ने 2009 के चुनाव में पार्षद पद के लिए उतारा, तब छह वोटों से हार गईं। इसके बाद भी हिम्मत नहीं हारी और 2014 में पार्षद पद का चुनाव लड़ा। तब भी वह पांच वोटों से हार गई थीं।
इधर,अपने ही वार्ड में पिछड़ी रहीं भोपाल की दोनों महापौर प्रत्याशी...
वहीं दूसरी ओर भोपाल से महापौर पद की दोनों प्रत्याशी भले ही अपनेे-अपने वार्डों में कम वोट ला सकीं, लेकिन एक दूसरे प्रतिद्वंद्वी के वार्डों में उन्होंने अच्छे वोट बटोरे। भाजपा की महापौर मालती राय वार्ड क्रमांक 36 से हैं। इस वार्ड में कांग्रेस की विभा पटेल को 5918 वोट मिले हैं, तो मालती राय को 5428 वोट मिले हैं। यही स्थिति विभा के वार्ड 52 में रही।
यहां मालती राय को 7331 वोट मिले तो विभा पटेल को 2539 वोट से ही संतोष करना पड़ा। यहां ये कहना गलत नहीं होगा कि दोनों को उनके वार्ड में जनता ने ज्यादा वोट नहीं दिए। वहीं नगर निगम के 85 वार्ड में सबसे अच्छा मतदान वार्ड 78 में हुआ है। यहां कुल पड़े 16676 वोट में से मालती राय को 5176 तो विभा को 11077 वोट मिले हैं। टॉप फाइव वार्ड में वार्ड 78 सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर वार्ड 73 जिसमें 13152 वोट, तीसरे नंबर पर वार्ड 76 जिसमें 12913 वोट, चौथे नंबर पर वार्ड 35 जिसमें 12748 वोट और पांचवें नंबर पर वार्ड 55 रहा जिसमें 12542 वोट मिले हैं। वार्ड बार वोट के मामले में वार्ड दो रहा, जिसमें 254 वोट और वार्ड 32 में 5321 वोट डले हैं। प्रिया मकवाना को सबसे ज्यादा वोट वार्ड 63 में 964 मिले हैं।
मालती और विभा के मामले में वोटरों का मूड अलग
भाजपा और कांग्रेस पार्टी के दोनों महापौर प्रत्याशियों को मिले वोट के आधार पर इतना तो साफ होता है कि जनता ने इन्हें इनके ही बूथ और वार्ड में कम पसंद किया। लेकिन शहर के अन्य वार्डों से मिले औसत और टॉप टेन बूथ के वोटों से मालती राय की जीत हुई है। वहीं विभा को टॉप सात बूथ पर वोट मिले, लेकिन मालती से कम, इस कारण उनकी हार हुई। मालती ने आठ सौ बूथों पर औसत वोट भी अच्छा बटोरा है।