गौर करने वाली बात है कि नगर पालिका का सफाई अमला जिसमें सैकड़ों कर्मचारी हैं। साथ ही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में करीब एक दर्जन वाहन लगे हुए हैं। इसके बावजूद मुख्य सड़कों से तक कचरा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण वार्ड में तैनात सफाई कर्मी से लेकर नागरिक इस हानिकारक कचरे को आग लगाकर नष्ट कर रहे हैं। जो साफ तौर पर एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल) के आदेशों का खुला उल्लंघन है। क्योंकि कचरा जलाने से वायु व पर्यावरण प्रदूषण होता है।
कचरा जलाने पर 200 रुपए तक का जुर्माना
निकाय की सीमा के अंतर्गत ठोस अपशिष्ट जैसे टायर, अमानक अथवा प्रतिबंधित पॉलीथिन एवं अन्य सामग्री जलाने पर धुएं से होने वाली पर्यावरणीय हानि पर शासन ने न्यूनतम 100 रुपए लेकर 200 रुपए तक का अधिकतम जुर्माना तय किया है। लेकिन शहर में जमीनी हकीकत यह है कि वार्ड हो या मुख्य मार्ग हर जगह सुबह शाम प्रतिबंधित पॉलीथिन व कचरे को जलाया जा रहा है। जिससे लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। खास बात यह है कि इन मार्गों से प्रतिदिन नपा व प्रशासनिक अधिकारी निकलते हैं लेकिन वे इस नजारे को देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं। यही वजह है कि कचरा जलाने का सिलसिला लगातार बना हुआ है।
यह बोले नागरिक
नगर पालिका द्वारा वार्र्डो में जरुरत वाली जगहों पर डस्टबिन नहीं रखवाई हैं। जिसके कारण लोगों को कचरा खाली जगहों पर फेंकना पड़ता है। नियमित सफाई न होने पर लोग इसे जलाकर नष्ट कर देते हैं। जिससे वायु प्रदूषण फैल रहा है।
बिंदु राजपूत, वार्डवासी
इन इलाकों में नहीं हो रहा नियमित कचरा कलेक्शन
कैंट रोड, छात्रावास के आसपास, सरकारी आवासों वाली गलियां, बड़ा पुल क्षेत्र, जाट मोहल्ला मार्ग, रेलवे स्टेशन मार्ग, चौधरी मोहल्ला, बीजी रोड, जयस्तम्भ चौराहा, बस स्टैंड क्षेत्र, सब्जी मंडी, पुरानी गल्ला मंडी, हाट रोड, प्रताप छात्रावास रोड, हॉस्पिटल रोड पर सुबह शाम कचरे को जलाकर नष्ट किया जा रहा है।
यह बोले जिम्मेदार
सफाई व्यवस्था व कचरा प्रबंधन की दशा में नगर पालिका लगातार सुधार कर रही है। विभिन्न माध्यमों के जरिए जनता को भी जागरुक किया जा रहा है। फिलहाल जनता को पूरी तरह से जागरुक होने में अभी और समय लगेगा।
संजय श्रीवास्तव, सीएमओ नगर पालिका गुना