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6 साल पहले मौत हो चुकी महिला के नाम पर आज भी मिल रहा है राशन

locationगुनाPublished: Jun 20, 2019 03:55:28 pm

Submitted by:

Narendra Kushwah

पत्रिका पड़ताल :जीवित पत्नी व बच्चों को राशन दिलाने दर दर भटक रहा पतिराशन कार्ड व समग्र आईडी में नाम जुड़वाने के बाद भी सैकड़ों उपभोक्ता खाद्यान्न से महरूमजिम्मेदार बोले, हमें कुछ नहीं पता भोपालसे नहीं आ रहीं खाद्यान्न पर्चियां

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नाम कटवाने के बाद भी मृत महिला को 6 साल से मिल रहा राशन

गुना। जिले के ग्राम गेंहूखेड़ा में रहने वाली एक महिला की 6 साल पहले मौत हो चुकी है। राशन कार्ड व समग्री आईडी से मृत महिला का नाम कट चुका है फिर भी उसके नाम की खाद्यान्न पर्ची आज भी नियमित रूप से आ रही है। यही नहीं पीडीएस दुकान से उसके नाम का राशन भी मिल रहा है। वहीं इसके उलट मृत महिला का पति अपनी दूसरी पत्नी व उसके दो बच्चों को राशन दिलवाने के लिए तब से लेकर आज तक शासकीय विभाग व अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। यह स्थिति भी तब है जब जीवित महिला व बच्चों के नाम राशन कार्ड व समग्र आईडी में जुड़ चुके हैं।

ज्यादा जानकारी लेना है तो भोपाल जाओ
पीडि़त का कहना है कि गांव में सेकेट्री बोलता है खाद्य विभाग के ऑफिस जाओ, यह उन्हीं के स्तर का काम है। वहीं खाद्य विभाग के अधिकारी कहते हैं, हमने तुम्हारे सभी कागज भोपाल भेज दिए हैं। खाद्यान्न पर्ची भोपाल से आती है, क्यों नहीं आ रही हमें कुछ नहीं पता। ज्यादा जानकारी लेना है तो भोपाल चले जाओ।


अधिकारियों के इस तरह के बयान से समझ नहीं आ रहा आखिर मैं कहां जाऊं। मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। राशन न मिलने से बहुत परेशानी आ रही है।


राशन नहीं मिल पा रहा है
उल्लेखनीय है कि राशन न मिलने की इस परेशानी से शहर सहित अंचल के सैकड़ों उपभोक्ता जूझ रहे हैं। कई उपभोक्ताओं ने पत्रिका को राशन कार्ड व समग्र आईडी दिखाते हुए बताया कि उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के नाम राशन कार्ड में जुड़वा लिए हैं फिर भी उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। खाद्य विभाग के अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं। इस समय गरीब उपभोक्ताओं की समस्या दूर करने न तो प्रशासनिक आला अधिकारी सामने आ रहे है और न ही कोई जनप्रतिनिधि।

जरा इनकी भी सुनों
मेरी पहली पत्नी राजकुमारी की वर्ष 2012 में मौत हो गई थी। जिसका नाम मैंने राशन कार्ड व समग्र आईडी से कटवा दिया था। जिसके बाद दूसरी पत्नी सविता व दो बच्चों का नाम भी जुड़वा दिया है। सभी अपडेट कागज जिला खाद्य विभाग में जमा करा दिए। अधिकारी बोले हमने भोपाल भेज दिए। इसके बाद भी मृत पत्नी की नियमित खाद्यान्न पर्ची भेजी जा रही है लेकिन जीवित पत्नी व बच्चों की पर्ची आज तक नहीं मिली है।
सोनू अहिरवार, पीडि़त उपभोक्ता ग्राम गेहूंखेड़ा

 

राशन कार्ड बनवाने खाद्य विभाग के ऑफिस में सभी जरूरी कागज दे दिए फिर भी राशन कार्ड बनाकर नहीं दिया जा रहा है। आए दिन चक्कर लगाने के बाद कोई न कोई बहाना बना दिया जाता है। राशन कार्ड नहीं बनने से न तो खाद्यान्न मिल पा रहा है और न ही समग्री आईडी बन पा रही है। समग्र आईडी के चक्कर में बच्चों का एडमिशन हीं हो पा रहा।
प्रवीण जैन, पठार मोहल्ला

मैं राशन कार्ड में परिवार के सदस्यों का नाम बढ़वाने 20 किमी दूर ग्राम इमझरा से आया हूं। इससे पहले भी कई बार चक्कर लगा चुका हूं। लेकिन नाम नहीं जोड़े गए हैं। जिससे परिवार के अन्य सदस्यों को राशन नहीं मिल पा रहा है। अधिकारी भी ठीक से जवाब नहीं देते हैं। जनसुनवाई में भी कई बार शिकायत कर चुका हूं।
छोटू सहरिया, ग्राम इमझरा

 

यह बोले जिम्मेदार
ऐसे सैकड़ों उपभोक्ता हैं जिन्होंने राशन कार्ड व समग्र आईडी में परिवार के अन्य सदस्यों के नाम जुड़वा लिए हैं लेकिन भोपाल से उनकी खाद्यान्न पर्ची नहीं आ रही है। हमारी तरफ से कोई कमी नहीं है। सभी उपभोक्ताओं के जरूरी दस्तावेज हमने भोपाल भेज दिए हैं।
आशीष चतुर्वेदी, कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी जिला खाद्य विभाग गुना

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