scriptस्कूलों में नहीं चलते कलेक्टर और डीईओ के आदेश | Orders of Collector and DEO do not work in schools | Patrika News

स्कूलों में नहीं चलते कलेक्टर और डीईओ के आदेश

locationगुनाPublished: Sep 24, 2021 01:03:32 am

Submitted by:

praveen mishra

बरखेड़ा हाट के हायर सेकेन्डरी स्कूल में चलती है मनमानीप्राचार्य बैठे रहे और समय से पहले चला गया स्टॉफ, सरखो का विद्यालय मिला बंद

स्कूलों में नहीं चलते कलेक्टर और डीईओ के आदेश

स्कूलों में नहीं चलते कलेक्टर और डीईओ के आदेश

गुना। समय से स्कूल स्टॉफ पहुंचे और समय से पहले स्कूल छोड़कर न जाएं, इस आशय के आदेश कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए और डीईओ चन्द्रशेखर सिसौदिया ने शिक्षा विभाग को दे रखे हैं। इन आदेश का स्कूल शिक्षक-शिक्षिकाएं समय से न स्कूल पहुंचकर और समय से पहले स्कूल छोड़कर अपने घर को रवाना हो रहे हैं। इस तरह का नजारा आरोन और गुना ब्लॉक के कई स्कूलों में देखने को मिला। बरखेड़ा हाट में तो प्रभारी प्राचार्य बीसी बघेल परीक्षा की तैयारियां और बच्चों को प्रवेश प्रक्रिया को स्वयं पूरी करते दिखे, जबकि उनका अधिकतर स्टाफ दोपहर साढ़े तीन बजे से पहले ही जा चुका था।
स्थान: बरखेड़ा हाट
समय : दोपहर सवा तीन बजे19.26
दृश्य : आरोन ब्लॉक के बरखेड़ा हाट में स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पत्रिका टीम जब पहुंची तो वहां प्रभारी प्राचार्य बीसी बघेल बच्चों को प्रवेश कराने के लिए फार्म देखते हुए मिले। इसी बीच 3.25 बजे चार-पांच महिला स्टॉफ समूह में प्रभारी प्राचार्य के पास आया, प्राचार्य को जाने की बात कहकर घर की और रवाना हो गया। वहीं दूसरी ओर पुरुष शिक्षक अपने-अपने दो पहिया वाहन से स्कूल छोड़कर घर जाते रहे। पौने चार बजे तक दस से बारह लोगों का स्टॉफ स्कूल से जा चुका था। स्टॉफ कक्ष पूरी तरह खाली पड़ा था। प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि इस विद्यालय में 17 परमानेंट स्टॉफ और10 अतिथि शिक्षक पदस्थ हैं। इनमें एक बीएड कॉलेज में प्रशिक्षण लेने और दूसरी महिला शिक्षिका डीईओ कार्यालय में अटैच हैं।चार बजे मिडिल स्कूल की छुट्टी हुई। इसी बीच कुछ शिक्षक प्राचार्य के बाद आए और उन्होंने दूसरे स्टॉफ के जल्दी जाने की बात पर नाराजगी भी जाहिर की। प्रभारी प्राचार्य का कहना था कि शुक्रवार से तिमाही परीक्षा शुरू हो रही हैं, रोल नम्बर डलवाए गए हैं। मैं तो काम पूरा करने के बाद ही घर जाता हूं चाहें छह बज जाएं। इसी बीच यहां आए एक बच्चे से ड्रेस न होने पर पूछा तो उसका कहना था कि ड्रेस तो आठ-दस दिन पहले मिली थी, वो फटी हुई मिली है।
स्थान : शासकीय प्राथमिक विद्यालय सरखो
समय : सायं चार बजकर पांच मिनिट
दृश्य : शासकीय प्राथमिक विद्यालय सरखो में जब पत्रिका टीम पहुंची तो वहां चार-पांच लोग स्कूल के सामने खड़े हुए मिले। एक बच्चा जो स्कूल के सामने लगे हैण्डपम्प पर पानी भर रहा था, उसने पूछने पर बताया कि मास्साब तो तीन बजे ही चले गए। इस स्कूल के गेट पर ताले लगे हुए मिले। यहां मौजूद दूसरे लोगों ने कहा कि यह स्कूल तो ऐसे ही खुलता और बंद होता है।
स्थान: शासकीय हाईस्कूल विद्यालय छीपोन
समय : सायं 4.15 बजे
दृश्य : इस विद्यालय में स्टॉफ के नाम पर दो लोग मिले, राजेन्द्र हिन्दवार और अशोक शर्मा मिले। उनसे जब पूछा कि स्टॉफ क्या चला गया, उन्होंने कहा कि अभी निकला है, जबकि दूसरे लोगों ने कहा कि स्टॉफ तो चार बजे से पहले ही चला गया था। राजेन्द्र हिन्दवार से यहां स्टॉफ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां सोलह लोगों का स्टॉफ है। मृदुला सक्सेना प्रभारी प्राचार्य हैं, उन पर कैंट कन्या हायर सेकेन्डरी स्कूल का भी चार्ज है, इस वजह से वह आज नहीं आईं, कल तो वे आई थीं। इस विद्यालय के बारे में जानकारी मिली कि यहां मिडिल सेक्शन में न तो हिन्दी और विज्ञान के शिक्षक हैं और न ही अंग्रेजी के टीचर। इस विद्यालय के पास गंदगी भी मिली। स्टॉफ के जल्दी जाने के मामले में कहना था कि शुक्रवार से तिमाही परीक्षा हैं स्टॉफ को सुबह दस बजे आना है, इसलिए जल्दी चला गया।
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