सुबह के समय कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार और पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा एक वाहन में सवार होकर पूरे शहर में घूमते रहे, वहीं एसडीएम शिवानी रायकवार और सीएसपी संजय चतुर्वेदी अलग-अलग वाहनों से घूमकर नजर रखे रहे। चौराहों पर लगी तीसरी आंख यानि कैमरे से भी आने-जाने वालों पर नजर रखी जाती रही।
अस्पताल में मरीज भी दिखे कम
जिला अस्पताल में ओपीडी पर्चे बनवाने के लिए खिड़कियों पर जो लंबी लाइन दिखती थी, वह शनिवार को बहुत कम दिखी। इसके साथ ही वार्र्डो में भी मरीजों की संख्या कम दिखाई दी। डॉक्टर भी कम संख्या में आकर अपने घरों पर टीवी देखकर अयोध्या पर आने वाले फैसला को सुनते देखे गए।
साम्प्रदायिक सद्भाव भी दिखा
अयोध्या पर फैसला आने के समय हनुमान चौराहे पर सा प्रदायिक सद्भाव की मिसाल भी देखने को मिली रघुवंशी समाज मुस्लिम समाज के लोगों से मिले, दोनों समाजों के लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर मुंह भी मीठा किया। इस अवसर पर रघुवंशी समाज के अध्यक्ष अर्जुन सिंह रघुवंशी,बृज रघुवंशी,मनोज रघुवंशी, राजा भैया बुन्देला, रमेश जैन, कांग्रेस नेता सुनील मालवीय, मुस्लिम समाज के अध्यक्ष मोह मद शफीक खां उर्फ काले खां, नूर उल्ला युसूफ जई शहर काजी, इकरार अहमद आदि उपस्थित थे।
बस स्टैंड रहा सूना, भटकते रहे यात्री
सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले में फैसला जानने के लिए लोग बहुत ज्यादा उत्सुक थे। यही कारण है कि सुबह से ही लोग टीवी के सामने बैठ गए थे। वहीं स्कूल, कॉलेज की छुट्टी होने की वजह से विद्यार्थी भी अपने घर से नहीं निकले। जिन लोगों को किसी काम से शहर से बाहर जाना था उन्होंने भी अपने कार्यक्रम रद्दे कर दिए। जिसका साफ असर बस स्टैंड पर देखने को मिला। सुबह से दोपहर तक बस स्टैंड सूना सूना नजर आया।