नाराजगी जाहिर की
रेलवे के रनिंग कर्मचारियों की शिकायत मिलने के बाद एडीआरएम राजपूत ने सुपरवाइजर को बुलाया और नाराजगी जाहिर की। इससे रनिंग रूम की जिम्मेदारी देख रहे कर्मचारी भी टेंशन में आ गए। आईओडब्ल्यू के शैलेंद्र सिंह को किचिन में जालीदार गेट लगाने के निर्देश दिए, ताकि किचिन में मक्खी नहीं आ सकें। इससे पूर्व उन्होंने कैरज और वैगन स्टाफ को प्रमाण पत्र देकर स मानित किया। एडीआरएम रूटीन निरीक्षण के लिए शुक्रवार को गुना पहुंचे थे। गुना में व्यवस्थाएं देखने के बाद शाम को भोपाल रवाना हो गए।
गुना में इन तीन समस्याओं को सुधारने पर जोर
सीसीटीवी कैमरा: रेलवे स्टेशन की सुरक्षा भगवान भरोसे है। स्टेशन पर जीआरपी और रेलवे के करीब २४ सीसीटीवी कैमरा लंबे समय से बंद पड़े हैं। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर नहीं रखी जा रही। हाई अलर्ट होने पर भी कैमरों को चालू नहीं कराया। एडीआरएम ने कैमरों की जानकारी मांगी और उनको जल्द ही सुधरवाने के लिए कहा।
आटो पर प्रतिबंध:
स्टेशन पर मनमानी करने वाले आटो चालकों पर प्रतिबंध लगेगा। कोई भी आटो चालक प्लेट फार्म पर नहीं जा सकेगा और ना ही यात्रियों से अभद्र व्यवहार नहीं कर सकेंगे। स्टेशन पर रात के समय इन दिनों एक दर्जन आटो चालक वेटिंग रूम तक पहुंच रहे हैं। इनमें से कुछ यात्रियों से खासकर महिला यात्रियों से बदतमीजी कर रहे हैं।
कर्मचारी विवाद: लोको पायलेट और लोको निरीक्षकों के बीच चल रहे विवाद पर विराम लगाने एडीएमआरएम ने दोनों पक्षों को सुना। दोनों ओर से आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। एडीआरएम ने कहा, दोनों को समझाइश दी जा रही है, उनकी शिकायतों को सुन निराकरण किया जा रहा है। शिकायत के बाद कुछ पर कार्रवाई हो सकती है।
कर्मचारियों ने भी बताईं समस्याएं
उधर, रेलवे के कर्मचारियों ने भी अपने समस्याओं को बताया। कर्मचारियों ने कहा कि रेलवे के आवास काफी जर्जर हैं और उनकी मरम्मत नहीं की जा रही है। इससे मकानों में से जहरीले जीवों का भी खतरा बना रहता है। कुछ कर्मियों का ट्रांसफर होनेपर उनको रिलीव नहीं किया। लोको निरीक्षकों द्वारा दूसरे संघों से जुड़े कर्मचारियों की शिकायतों का भी मुद्दा उठाया। उधर, पत्रिका की खबर के बाद आईओडब्ल्यू तैनात किया, लेकिन उन्होंने काम शुरू नहीं किया है।
शाम को खिला देते हैं बासा खाना
उधर, वेस्ट सेंट्रल रेलवे ए पलाइज यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष जसराम मीना ने रनिंग रूम की कई खामियों को उजागर किया। उन्होंने कहा, शाम के समय घटिया और बासा खाना खिलाया जाता है। सभी बॉथरूम में शावर नहीं लगे। रनिंग रूम में सब्सडाईज मील एवं प्राइवेट खाना बनवाने के लिए अलग से रसोई नहीं है। रसोईया खाना खराब कर दते हैं। खाना बनाने की सामग्री भी नहीं है। उन्होंने समस्याओं को दूर करने की मांग उठाई।