इस तालाब का क्षेत्र काफी दूर तक है। पानी का दूसरी जगह से रास्ता बदलकर लाया गया है, इस वजह से यह तालाब भर गया है। उधर, बाढिय़ा नाला, मकरावदा और जीकेएस भी भरने की कगार पर आ गए हैं। गोपीकृष्ण सागर बांध में पानी गेट तक आ गया है। ९ प्रतिशत पानी और बढ़ा तो गेट खोलने की नौबत आ जाएगी।
जन अभियान परिषद एवं श्रीनाथ गौषाला बृजधाम द्वारा वृक्ष वितरण केन्द्र ग्राम ढोलबाज पर 7 ग्रामों के 586 संकल्पकर्ताओं एवं मूडरा हनुमान वितरण केन्द्र पर 9 ग्राम के 168 को फलदार, छायादार एवं विभिन्न प्रजाति के 4660 पौधे प्रदान किए। समाजसेवी ओएन शर्मा ने बताया कि वृ़क्ष वितरण कायक्रम के दौरान वितरण केंद्र ढोलबाज पर ग्राम बरोदिया, सिंघाड़ी, चक सिंघाड़ी, गढ़ा, भटोदिया, ढोलबाज, नयागांव के लोग शामिल हुए।
म्याना, बजरंगगढ़ समेत कई जगह कच्चे मकान गिर रहे हैं।
मकानों के आसपास पानी न रुकने दें, दीवार ढह सकती है।
जिस मकान में तनिक भी संदेह है, उनमें न ठहरें।
मकानों के पास पानी निकास की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
मकानों में दीवार के अलावा अंदर भी अच्छा टेका लगाएं। बारिश में ध्यान रखा जाए।