अरोग्य की मनोकामनाएं पूरी होती हैं
ज्योतिषाचार्य यशवंत शास्त्री के अनुसार, गुरुवार का दिन होने के कारण भी इसका महत्व बढ़ जाता है। गंगा स्नान, शिव पूजन और विष्णु पूजन करने से आयु, अरोग्य की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ये है राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त
मान्यताओं के अनुसार रक्षाबंधन के दिन दोपहर बाद राखी बांधना चाहिए। अगर, दोपहर बाद समय नहीं मिले तो प्रदोष काल में राखी बांधना उचित माना जाता है। भद्रा काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते। हालांकि इस बार भद्रा नहीं लग रही है। राखी बांधने के लिए 15 अगस्त 2019 को सुबह 10.20 बजे से रात 8.10 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। पूर्णिमा 14 अगस्त को रात 9.15 बजे से पूर्णिमा तिथि समाप्त 15 अगस्त को रात 11 बजकर 29 मिनट तक रहेगी।
ट्रेनों में भी भीड़ और बसें मिल नहीं रहीं
उधर, राखी पर बहनें भी अपने भाई के घर जा रही है। बाहर रहने वाले भाई भी अपने घर और बहनों के पास पहुंच रहे हैं। इस वजह से रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लग रही है। ट्रेन में बैठने भी जगह नहीं मिल रही। उधर, बसों में भी लोगों को बैठने के लिए जगह नहीं मिली। लोगों ने एक दिन पहले ही बसों की सीटों को फुल करा दिया।
खरीदारों की भीड़, मुस्कराए दुकानदारों के चेहरे
रक्षाबंधन के लिए जहां एक ओर ट्रेनें और बसें फुल हैं। वहीं दूसरी और रक्षाबंधन पर बाजारों में खरीददारों की भीड़ देखी गई। हाट रोड पर तो इतनी भीड़ थी कि वाहन आसानी से निकल नहीं पा रहे थे। दुकानों पर खरीददारों की भीड़ देखकर दुकानदारों के चेहरे मुस्करा रहे थे। सदर बाजार, लक्ष्मीगंज, सर्राफा, हाट रोड पर सुबह से ही खरीददारों का पहुंचना शुरू हो गया था। सबसे अधिक भीड़ कपड़े, राखी वालों के यहां दिखाई दे रही थी। वहीं सोने-चांदी की दुकानों पर भी ग्राहक नजर आ रहे थे। इस बार मिलावटी खोया न आने से खोये की मिठाई कम बनती हुई देखी गई। फिर भी मिठाई की दुकानों पर भीड़ ही भीड़ बुधवार को ही देखी गई।