इसके आगमन को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा बतौर तैयारियां तेज कर दी हैं। खबर है कि रावण गुना के अलावा अशोकनगर के भी एक दलित परिवार से मिलने जाएंगे, लेकिन पुलिस उनको मप्र की सीमा में उप्र से घुसते ही गिरफ्तार भी कर सकती है। 25 जुलाई को रावण के आने पर कहीं हंगामा न हो जाए, इसे देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने दलित परिवार को रिलीव करने की तैयारी में है।
इस देखते हुए सुरक्षा बतौर एक बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट में हुई। इस बैठक में ग्वालियर से शामिल होने आए ग्वालियर रेंज के आईजी अविनाश शर्मा और संभागीय कमिश्नर एमबी ओझा ने सुरक्षा के संबंध में कई दिशा-निर्देश कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी राजेश कुमार सिंह को दिए।
इस बैठक में शामिल होने अशोकनगर और शिवपुरी के भी पुलिस अधीक्षक यहां आए थे। इस बैठक के बाद आईजी अविनाश शर्मा ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि चन्द्रशेखर को रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर गुना जिले के लिए गाइड लाइंस जारी की गई है। शनिवार-रविवार को टोटल लॉक डाउन रहेगा। ऐसे में 25 जुलाई को भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर उर्फ रावण आते हैं तो उसे रोका जाएगा।
दलित परिवार से मिला मंच
वहीं भोपाल से आए महिला दलित अधिकार मंच और दलित वूमन्स राइट का एक दल गुरुवार को गुना आया और उसने अस्पताल जाकर दलित परिवार से मिले और उसकी व्यथा सुनी। उनका कहना था कि हमारी मांग है कि दलित परिवार को उक्त भूमि दी जाए, इनके खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस ली जाए और जिन पुलिस व राजस्व कर्मियों ने बर्बरता की है, उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाए।
वहीं भोपाल से आए महिला दलित अधिकार मंच और दलित वूमन्स राइट का एक दल गुरुवार को गुना आया और उसने अस्पताल जाकर दलित परिवार से मिले और उसकी व्यथा सुनी। उनका कहना था कि हमारी मांग है कि दलित परिवार को उक्त भूमि दी जाए, इनके खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस ली जाए और जिन पुलिस व राजस्व कर्मियों ने बर्बरता की है, उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की जाए।