नीरज अग्रवाल ने जैसा कि पत्रिका को बताया
अंकल मैं तो डर गया था
क्राइस्ट स्कूल में कक्षा नौ में पढऩे वाले निश्चय ने बताया कि बदमाशों ने जब मेरे हाथ-पैर बांधे, मैंने देखा कि पापा को भी उन लोगों ने बांध रखा था, मम्मी भी डर के मारे एक कोने में खड़ी थी, बहन भी डरी हुई थी। उन बदमाशों ने अलमारी में रखा पूरा सामान कमरे में फेंका, वे लोग अपना चेहरा ढंके हुए थे। कमरे में आठ-दस बदमाश थे जो तलाशी आदि कर रहे थे। अंकल मैं तो काफी डर गया था। घर से खाने-पीने का सामान और जिस कमरे की खिड़की से आए थे, उसमें भी रखी अलमारी से टूटी हुई ज्वेलरी समेत अन्य सामान भी ले गए है।
टूटी हुई हालत में मिले मोबाइल
नीरज अग्रवाल ने बताया कि मेरे दोनों मोबाइल बदमाश ले गए थे, जिनको तोडऩे के बाद पास में ही फेंक गए थे, जिनकी तलाश की तो मोबाइल तो कुछ दूरी पर एकांत में टूटी हुई हालत में मिले। इसके अलावा वहां कोई सामान नहीं मिला।
पांच बजे आए चौकीदार
विकास नगर के पास बनी इस उद्गम रेजीडेंसी में रात के समय कोई चौकीदार नहीं था। यहां पदस्थ चौकीदार सुबह पांच बजे करीब आया। यहां बने कुछ मकान खाली है, जिनके जरिए चोर दूसरे मकानों में चोरी करने घुसते हैं। यहां बने मकानों की छत एक-दूसरे से सटी हुई है। छत पर जाने वाले दरवाजे भी काफी कमजोर हैं। लेकिन नीरज के यहां चोर छत की जगह पीछे बने मकान की दीवार पर चढ़कर खिड़की जाली काटकर अंदर घुसे थे।
सीसीटीवी कैमरे में बदमाश कैद
इस घटना को अंजाम देने वाले बदमाश वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। इस कैमरे में बदमाश नीरज अग्रवाल के मुख्य द्वार से बदमाश निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। कैमरे में डकैती डालने आए बदमाशों की संख्या 16 है।सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के अनुसार कैंट पुलिस थाना प्रभारी अवनीत शर्मा मय पुलिस के वहां पहुंचे, उन्होंने घटना के बारे में बारीकी से जांच की। इसके बाद एफएसएल अधिकारी डा. आरसी अहिरवार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम पहुंची, जिसने पड़ताल की। कैंट थाना पुलिस ने इस घटना का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस पहुंची,तफ्तीश में जुटी
नीरज अग्रवाल के यहां पड़ी डकैती के बाद कैंट पुलिस थाना प्रभारी अवनीत शर्मा ने उन बदमाशों की तलाश में अलग-अलग क्षेत्र में पुलिस टीम
भेजी, लेकिन अभी तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला है।
अंकल मैं तो डर गया था
क्राइस्ट स्कूल में कक्षा नौ में पढऩे वाले निश्चय ने बताया कि बदमाशों ने जब मेरे हाथ-पैर बांधे, मैंने देखा कि पापा को भी उन लोगों ने बांध रखा था, मम्मी भी डर के मारे एक कोने में खड़ी थी, बहन भी डरी हुई थी। उन बदमाशों ने अलमारी में रखा पूरा सामान कमरे में फेंका, वे लोग अपना चेहरा ढंके हुए थे। कमरे में आठ-दस बदमाश थे जो तलाशी आदि कर रहे थे। अंकल मैं तो काफी डर गया था। घर से खाने-पीने का सामान और जिस कमरे की खिड़की से आए थे, उसमें भी रखी अलमारी से टूटी हुई ज्वेलरी समेत अन्य सामान भी ले गए है।
टूटी हुई हालत में मिले मोबाइल
नीरज अग्रवाल ने बताया कि मेरे दोनों मोबाइल बदमाश ले गए थे, जिनको तोडऩे के बाद पास में ही फेंक गए थे, जिनकी तलाश की तो मोबाइल तो कुछ दूरी पर एकांत में टूटी हुई हालत में मिले। इसके अलावा वहां कोई सामान नहीं मिला।
पांच बजे आए चौकीदार
विकास नगर के पास बनी इस उद्गम रेजीडेंसी में रात के समय कोई चौकीदार नहीं था। यहां पदस्थ चौकीदार सुबह पांच बजे करीब आया। यहां बने कुछ मकान खाली है, जिनके जरिए चोर दूसरे मकानों में चोरी करने घुसते हैं। यहां बने मकानों की छत एक-दूसरे से सटी हुई है। छत पर जाने वाले दरवाजे भी काफी कमजोर हैं। लेकिन नीरज के यहां चोर छत की जगह पीछे बने मकान की दीवार पर चढ़कर खिड़की जाली काटकर अंदर घुसे थे।
सीसीटीवी कैमरे में बदमाश कैद
इस घटना को अंजाम देने वाले बदमाश वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। इस कैमरे में बदमाश नीरज अग्रवाल के मुख्य द्वार से बदमाश निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। कैमरे में डकैती डालने आए बदमाशों की संख्या 16 है।सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के अनुसार कैंट पुलिस थाना प्रभारी अवनीत शर्मा मय पुलिस के वहां पहुंचे, उन्होंने घटना के बारे में बारीकी से जांच की। इसके बाद एफएसएल अधिकारी डा. आरसी अहिरवार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम पहुंची, जिसने पड़ताल की। कैंट थाना पुलिस ने इस घटना का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस पहुंची,तफ्तीश में जुटी
नीरज अग्रवाल के यहां पड़ी डकैती के बाद कैंट पुलिस थाना प्रभारी अवनीत शर्मा ने उन बदमाशों की तलाश में अलग-अलग क्षेत्र में पुलिस टीम
भेजी, लेकिन अभी तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला है।