पत्रिका ने 11 दिसंबर के अंक में कुंभराज के पार्वती नदी और आरोन की सिंध नदी के घाटों पर पनडुब्बी लगाकर अवैध रूप से रेत निकालकर उत्खनन किए जाने का समाचार प्रकाशित किया था, अवैध उत्खनन करने वालों में स्कूल संचालक और राशन बेचने वाले दुकानदार और राजनेता भी शामिल थे। इस खबर को कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने गंभीरता से लिया और मधुसूदनगढ़ तहसील के तहसीदार सत्येन्द्र सिंह गुर्जर और चांचौड़ा के तहसीलदार सुधीर कुशवाह को कलेक्टर ने निर्देश दिए कि वहां चल रहे रेत के अवैध उत्खनन के कारोबार को बंद किया जाए।
बताया गया कि कलेक्टर के आदेश पर इन दोनों के नेतृत्व में एक टीम गुरुवार को दोपहर के समय पार्वती नदी के हिंगोनी घाट पर पहुंची, जहां इस टीम को देखकर कुछ ट्रेक्टर चालक अपना ट्रेक्टर लेकर भाग निकले। वहां एक पोकलेन मशीन से रेत निकालती हुई मिली।
उस पोकलेन के साथ-साथ तीन ट्रेक्टरों को टीम ने जब्त किया और उनको मधुसूदनगढ़ थाने तक लाए, जहां जब्ती की कार्रवाई कराई। एक प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार इस कार्रवाई को किए जाने से पूर्व जिला खनिज अधिकारी आरके खातरकर को सूचना दी, उनका प्रशासनिक टीम बेसब्री से इंतजार करते रहे, खातरकर काफी देर बाद पहुंचे।
प्रशासनिक टीम ने जिनके ट्रेक्टरों को जब्त किया है उनमें रतोधना गांव के माखनसिंह, हेमराज अहिरवार और हिंगोनी गांव के मुन्ना सिंह शामिल हैं।