वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया 17 जनवरी को गुना प्रवास पर आ रहे हैं। उनके आगमन के समय कांग्रेस के जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदों में बदलाव को लेकर चर्चा हो सकती है।
संभावना ये है कि इस माह के अंत तक भाजपा की जिला कार्यकारिणी घोषित हो सकती है। यह बात अलग है कि पिछली बार भाजपा के जिला अध्यक्ष गजेन्द्र सिकरवार ने अपनी नई कार्यकारिणी नहीं बना पाई थी। भाजपा की जिला कार्यकारिणी में 22 पदों पर नियुक्ति होना है।
इनमें उपाध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष के पद भी शामिल हैं। जबकि उस समय कई नेता महामंत्री बनने के लिए प्रयासरत थे। उधर कांग्रेस की कार्यकारिणी में भी बदलाव की सुगबुगाहट एक बार फिर शुरू हो गई है।
भाजपा की स्थिति
पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा संगठन ने बदलाव कर जिला अध्यक्ष पद से राधेश्याम पारीख को हटाकर गजेन्द्र सिकरवार को बना दिया था। सिकरवार के अध्यक्ष बनने के बाद दो-तीन भाजपा नेताओं की बांछें महामंत्री बनने का सपना देखकर खिल गई थीं।
महामंत्री बनने की दौड़ में पारीख की कार्यकारिणी में शामिल रहे दो उपाध्यक्ष, एक महामंत्री व एक कार्यकारिणी सदस्य व एक मंंत्री प्रयासरत थे। लेकिन भाजपा के जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिकरवार भाजपा की आपसी गुटबाजी के चलते अपनी कार्यकारिणी नहीं बना पाए थे। इसी बीच भाजपा संगठन के चुनाव आ गए, जिससे कार्यकारिणी बनने का मामला अधर में लटक गया।
बताया जाता है कि कुछ समय पूर्व भाजपा संगठन के चुनाव हुए, जिसमें पसंदीदा मंडल अध्यक्ष बनवाने को लेकर भाजपाइयों में नाराजगी छा गई थी, जिसको लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर गंभीर आरोप लगे थे।
हाल ही में भाजपा जिला अध्यक्ष पद पर गजेन्द्र सिकरवार की नियुक्ति के बाद महामंत्री जैसे पद हथियाने की जुगत में पूर्व की कार्यकारिणी में रहे दो उपाध्यक्ष और एक महामंत्री समेत दो युवा नेता भी दौड़ में लगे हुए हैं। इनमें से एक नेता तो भाजपा के पूर्व में हुए आंदोलन मेें अपनी सक्रिय भूमिका भी अलग अंदाज में करते देखे गए।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया 17 जनवरी को गुना प्रवास पर आ रहे हैं। उनके आगमन के समय कांग्रेस के जिलाध्यक्ष समेत अन्य पदों में बदलाव को लेकर चर्चा हो सकती है।
इसकी वजह ये है कि कांग्रेस में आपसी गुटबाजी के चलते बदलाव के स्वर धीरे-धीरे तेज होते जा रहे हैं।एक बार फिर कांग्रेसजनों के बीच यह चर्चा चल निकली है कि जल्द ही कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी में जिला अध्यक्ष, महामंत्री के नामों में बदलाव हो सकता है। इस चर्चा के बाद कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता पद की जुगत में लग गए हैं।
इनका कहना है
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद का चुनाव हो जाने के बाद भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद कार्यकारिणी बनाई जाएगी।
– गजेन्द्र सिकरवार जिलाध्यक्ष भाजपा कांग्रेस की स्थिति
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना के कांग्रेस संगठन में कसावट लाने एवं चुनाव जीतने के उद्देश्य से एक रणनीति के तहत बीते वर्ष गुना जिला अध्यक्ष पद से योगेन्द्र लुम्बा को हटाकर विठ्ठल दास मीणा को नियुक्त करवाया था।
लेकिन सिंधिया की रणनीति में मीणा खरे नहीं उतर पाए थे, जिससे इस लोकसभा चुनाव में सिंधिया को गुना के साथ-साथ बमौरी में भी करारी शिकस्त मिली थी। इस पर पिछले दिनों गुना प्रवास पर आए सिंधिया नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। इसके साथ ही हार के कारण ब्लॉक और मंडलम अध्यक्ष संगठन के कुछ स्थानीय नेताओं की निष्क्रियता, कार्यकर्ताओं से दूरियां बनाना और उनके
काम न कराना बताया।