20 में से 12 बार, सिंधिया परिवार: शिवपुरी-गुना संसदीय सीट पर सिंधिया परिवार का वर्चस्व रहा है। यहां अब तक हुए 20 लोकसभा चुनावों में 12 बार सिंधिया परिवार के सदस्य को जीत मिली है। इसमें राजमाता विजयाराजे सिंधिया 4 बार और माधवराव सिंधिया 4 बार संसद पहुंचे हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया भी यहां से चार चुनाव जीत चुके हैं। यह उनका पांचवा चुनाव है। 1977 में पहली बार माधवराव सिंधिया ने यहां से चुनाव लड़ा था। इसके बाद से केवल सिंधिया परिवार से इतर केवल 1984 में महेन्द्रसिंह ही यहां से सांसद रहे हैं।
लोकसभा सीट पर 16 अप्रेल से नाम निर्देश पत्र जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अब इसके लिए केवल 3 तीन शेष हैं, लेकिन अभी तक भाजपा ने भी अपना प्रत्याशी का चयन नहीं कर पाया है। वहीं बसपा व एसयूसीआईसी के द्वारा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान तो कर दिया गया है, लेकिन दोनों का प्रचार फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। दोनों के प्रमुख दलों के चेहरा साफ नहीं होने से कार्यकर्ता भी असमन्जस में थे। खास बात ये है कि ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब गुना सीट पर नामांकन प्रक्रिया से ठीक तीन दिन पहले तक भी भाजपा के प्रत्याशी का नाम तय नहीं हुआ है।
आठ विस सीटों में से पांच पर कांग्रेस
गुना संसदीय सीट तीन जिलों की 8 विधानसभा सीट हैं। इनमें से 5 कांग्रेस और तीन पर भाजपा काबिज है। इसमें कांग्रेस बमोरी, अशोनकगर, चंदेरी, मुंगावली, पिछोर में काबिज है और भाजपा के पास गुना, शिवपुरी और कोलारस की विधानसभा सीट है। इस बार सबसे ज्यादा वोटर शिवपुरी से हैं। गुना से जिले के 4 लाख वोटर हैं।