शिक्षकों को भी दिक्कत, गेट के बाहर कचरे का ढेर
शहर को सुंदर बनाने के लिए नपा द्वारा दावे किए जा रहे हैं। लेकिन नगरीय क्षेत्र में संचालित स्कूल ही नपा के दावों को खोखला साबित कर रहे हैं। नपा से ६०० मीटर की दूरी पर जाटपुरा स्कूल संचालित होता है। आगे से जगदीश कालोनी और कर्नलगंज के लिए रोड निकली है और स्कूल के बाहर सरकारी आवास हैं। इन सबके बीच जाटपुरा स्कूल के गेट के बाहर ही कचरे का ढेर लगाया जा रहा है। इस कचरे को नियमित रूप से नहीं उठाया जाता है।
इस कारण से छात्र-छात्राओं को निकलने में दिक्कत होती है। उधर, आवासों में रह रहे लोगों को परेशानी हो रही है। इस संबंध में लोगों ने नपा के कर्मचारियों को भी कई बार बताया है, फिर भी कोई सुधार नहीं हो रहा है। न तो कचरा उठाया जा रहा है और न ही नियमित रूप से साफ सफाई की जा रही है। यह कचरा रहवासियों के अलावा छात्रों की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। दरअसल, बारिश में कचरा सडऩे लगा है। इस कारण से उसमें बदबू आने लगी है। लोगों को दिक्कत हो रही है।
स्कूल परिसर में घुस रहे आवारा जानवर
स्कूल परिसर में गेट होने के बाद भी आवारा जानवर प्रवेश कर रहे हैं। इससे न केवल बीमारी का खतरा है, बल्कि स्कूल प्रशासन की सख्ती पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्कूल परिसर में गायों के विचरण से छात्र-छात्राओं को घायल करने का भी खतरा बना हुआ है। स्कूल परिसर में कक्षा एक से ५ तक के बच्चे भी पढ़ते हैं और मिडिल स्कूल के बच्चों पर भी गायों का खतरा है। इसी तरह शहर में संचालित दूसरे स्कूलों की भी बेहद चिंताजनक स्थिति है। शहर में कोल्हूपुरा का मिडिल स्कूल ही बाउंड्रीवाल के भीतर है, अन्यों में जानवर घुस रहे हैं।
इन स्कूलों में पानी निकासी की समस्या
शहर में जाटपुरा स्कूल के अलावा बांसखेड़ी रेलवे फाटक के पास संचालित सरकारी स्कूल, पुरानी छावनी के स्कूल, नानाखेड़ी का प्राइमरी स्कूल में छात्र-छात्राओं को बारिश में काफी दिक्कत हो रही है। परिसर में बारिश का पानी भरा हुआ है। रास्ते में कीचड़ होता है। बच्चे और स्टाफ परेशान होता है। ये सब स्कूल नपा क्षेत्र में आते हैं, लेकिन यहां पर पानी निकासी के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। इस कारण से बारिश के दिनों में सब परेशान होते हैं। कुछ स्कूलों के तो भवन टपकने लगे हैं।
ये हैं जाटपुरा स्कूल की स्थिति
प्राथमिक स्कूल संचालित हैं। यह गेट के पास ही लगता है। इसमें करीब ७० बच्चे पढ़ते हैं। अब भी प्रवेश हो रहे हैं।
इसी परिसर में जाटपुरा मिडिल स्कूल बालक क्रमांक-२ संचालित है, इसमें करीब १०० छात्र अध्ययनरत हैं।
सबसे आखिर में शासकीय मिडिल स्कूल कन्या जाटपुरा संचालित है, इसमें १२५ छात्राएं पढ़ती हैं। तीनों ही स्कूलों में अब भी प्रवेश जारी हैं।