दो बार के भाजपा से विधायक रहे केएल अग्रवाल के कांग्रेस में आने से जहां एक ओर गुना जिले में कांग्रेस संगठन मजबूत होगा। वहीं पूर्व मंत्री अग्रवाल को बमौरी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतार सकती है। वे यहां से उतरकर भाजपा से तय माने जा रहे प्रत्याशी प्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया को चुनाव में अ’छी-खासी टक्कर दे सकते हैं। केएल अग्रवाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकिट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़कर 27 हजार से अधिक वोट लेकर तीसरे नम्बर पर रहे थे।
पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल बमौरी विधानसभा क्षेत्र से दो बार भाजपा की और से विधायक रहे। छह बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, इनमें दो बार जीते, चार बार हारे। वे सन् 200& से 2008 तक गुना विधानसभा से विधायक रहे। और इसके बाद सन् 2008 से 201& तक भाजपा की प्रदेश सरकार में मंत्री पद पर रहे।
सन् 2018 के चुनाव में भाजपा की ओर से इनको टिकट नहीं मिला और भाजपा के बागी उम्मीदवार बन गए, जिस पर पार्टी ने इनको भाजपा से निष्कासित कर दिया था। राज्यमंत्री रहते हुए अग्रवाल ने बमौरी क्षेत्र में भौंरा गांव में 220 केवी का विद्युत सब स्टेशन सहित करीब 35 छोटे-छोटे विद्युत सब स्टेशन का निर्माण कराया था। इसके अलावा उन्होंने कई गांवों को मुख्य सड़कों से जुड़वाया, सिंचाई के लिए कई डेम बनवाए।
400 लोगों ने ली कांग्रेस की सदस्यता
पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल के साथ कांग्रेस की सदस्यता लेने के लिए भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता गुरुवार को सुबह के समय बस और निजी वाहनों से भोपाल पहुंचे, वहां पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। केएल के साथ सदस्यता लेने वालों में गुना जिला पंचायत के चार सदस्य, 8 जनपद सदस्य गण, 6 भाजपा के पदाधिकारी, 15 युवा मोर्चा के पदाधिकारी, 14 किसान मोर्चा के पदाधिकारी, 25 पूर्व सरपंचगण, 250 भाजपा सदस्य शामिल थे।