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ढाई इंच बारिश होने पर ही करें बोवनी

locationगुनाPublished: Jun 22, 2022 01:41:49 am

Submitted by:

Narendra Kushwah

घर का बीज इस्तेमाल करने से पहले 100 बीजों को अंकुरण करवाकर देख लें, 60 प्रतिशत से अधिक अंकुरण होना जरूरी
इस बार सोयाबीन का रकबा बढ़ा, लक्ष्य 224.740 हजार हेक्टेयर, पिछले साल 168.778 हेक्टेयर में बोई गई थी फसल

ढाई इंच बारिश होने पर ही करें बोवनी

ढाई इंच बारिश होने पर ही करें बोवनी

गुना. मानसून की बारिश के साथ ही किसानों ने खरीफ फसल की बोवनी की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अब तक जिले के प्रत्येक ब्लॉक में बारिश हो चुकी है। लेकिन कृषि विभाग की सलाह है कि किसान तभी बोवनी करें जब उनके इलाकेे में ढाई इंच बारिश हो जाए। यानी कि खेत में बुवाई के लिए पर्याप्त नमी का होना जरूरी है। वहीं बीज बोने से पहले उसे चैक अवश्य कर लें। क्योंकि पिछले कई सालों में किसानों को सोयाबीन के बीज में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। कृषि विशेषज्ञ की सलाह है कि किसान पहले तो ऐसे स्थान से ही बीज खरीदें जहां प्रमाणित बीज मिल रहा हो। बाजार से खरीदते समय बिल अवश्य लेंं। साथ ही यदि घर का बीज बोना चाहते हैं तो पहले 100 बीजों को अंकुरण करवाकर देख लें। यदि इनमें से 60 से 70 बीज अंकुरित होते हैं तो ही इसका इस्तेमाल करें। यदि अंकुरण का प्रतिशत 60 है तो बीज की मात्रा बढ़ानी पड़ेगी। ऐसे में किसानों को अधिक खर्च भी आ सकता है। इसलिए बीज का चुनाव सोच समझकर ही करें।

किसानों को विशेष सलाह
सोयाबीन : सोयाबीन की बुवाई इस सप्ताह कर सकते हंै। लेकिन इसके लिए ढाई इंच बारिश का होना जरूरी है। बीज प्रमाणित स्रोत से ही खरीदें। बीजों को बोने से पहले सोयाबीन के लिए उपयुक्त राइजोबियम तथा सोयाबीन फास्फोरस विलायक बैक्टीरिया से अवश्य उपचार कर लें। क्योंंकि इस तरीके से बीजों के अंकुरण तथा उत्पादन में वृद्धि होती है। सोयाबीन की उन्नत किस्में- आरबीएस 2001-04, आरवीएस 2007-6, जे एस 9560, जे एस 2029 हैं।
मूंग : मूंग एवं उड़द की फसल की बुवाई के लिए किसान उन्नत बीजों का चयन करें। जैसे पूसा विशाल, पूसा- 5931, एस एम एल 668, सम्राट आदि तथा उड़द की किस्में जैसे- टाइप-9, टी-31, टी 39 आदि बुवाई से पूर्व बीजों को फसल विशेष राइजोबियम तथा फास्फोरस सोलूबलीजिंग बैक्टीरिया से अवश्य उपचार करें। बुवाई के समय खेत में पर्याप्त नमी होना आवश्यक है।
अरहर : अरहर की बुवाई इस सप्ताह कर सकते हंै। बीजों को बोने से पहले अरहर के लिए उपयुक्त राइजोबियम तथा फास्फोरस विलायक बैक्टीरिया से अवश्य उपचार कर लें। अरहर की उन्नत किस्में- आर. बी. एस-28. के. एम. टी-7. आई. सी.पी.एल-87 (प्रगति), टी.जे.टी.-501 हैं।
चावल : मानसून के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, किसानों को सलाह है कि वे धान की नर्सरी की तैयारी शुरू कर दें। एक हेक्टेयर फसल के लिए 800-1000 वर्ग मीटर की नर्सरी पर्याप्त होती है। नर्सरी में बीज बोने से पहले 2 ग्राम प्रति किलो बीज की कैप्टेन से उपचार करें।
संकर किस्में- पीएचबी 71. पंत संकर धान 1. उच्च उपज देने वाली किस्में पूसा 44, पंत धन-4, पंत धन-10, पूसा-834, पूसा बासमती-1, पूसा बासमती-1509, पूसा उन्नत बासमती, पूसा सुगंधा-5. पूसा सुगंधा-4 (पूसा 1121 ). रणवीर बासमती और तरावड़ी बासमती।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ
ढाई इंच बारिश होने पर ही किसान बोवनी करें। यदि वह बोवनी के लिए घर का बीज इस्तेमाल कर रहे हैं तो कम से कम 100 बीज को क्यारी में डालकर चैक कर लें। यदि 100 बीजों में से 60 से अधिक बीज अंकुरित हुए हैं तो ही उसका इस्तेमाल किया जाए। बाजार से खरीदते समय बिल अवश्य लें।
राजवीर सिंह तोमर, सहायक संचालक कृषि
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खरीफ फसल की बोवनी का लक्ष्य और गत वर्ष की पूर्ति
बीज लक्ष्य गत वर्ष पूर्ति
धान 5.210 6.592
मक्का 57.000 54.964
ज्वार 2.500 3.324
बाजरा 0.100 0.154
अरहर 0.050 1.751
उड़द 48.000 79.777
मूंग 1.000 5.968
सोयाबीन 224.740 168.778
मूंगफली 0.100 1.258
तिल 0.800 0.910
अन्य 0.000 1.700
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योग 339.500 325.176
नोट: रकबा हजार हेक्टेयर में है।
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बीज लक्ष्य उपलब्धता भंडारण वितरण
धान 5100 5417 1568 568
मक्का 6000 6401 2580 1273
ज्वार 1000 1200 575 27
बाजरा 1000 1910 235 00
अरहर 100 150 50 00
उड़द 3000 3157 765 135
मूंग 1500 2030 1205 77
सोयाबीन 30000 30204 8690 4340
मूंगफली 200 500 00 00
तिल 50 90 05 00
योग 47950 51059 15673 6420
नोट : इकाई क्विंटल में है।
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