स्थानीय स्तर पर उपलब्ध फिर भी दूसरे जिले से मंगाते हंै खाद्यान्न
गरीबों को सस्ती दर पर राशन उपलब्ध कराने के नाम पर किस तरह फर्जीबाड़ा और आर्थिक अनियमितता को अंजाम दिया जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण है डबरा से आई खराब ज्वार। जो गुना जिले में भी उपलब्ध है इसके बावजूद दूसरे जिले से मंगवाई गई है। जो खाने लायक तक नहीं है। शासन के नियमानुसार खाद्यान्न भेजने से पहले गुणवत्ता की जांच होती है फिर कैसे खराब ज्वार गुना भेजी गई। वहां से यहां तक परिवहन का खर्च कौन उठाएगा। इस अनियमितता में डबरा सहित गुना के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।
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इनका कहना
चांचौड़ा क्षेत्र की पीडीएस दुकानों के जरिए ज्वार बंटने के लिए डबरा से आई थी। जिसकी क्वालिटी बेहद खराब निकली है। जिसके बाद वितरण पर रोक लगा दी है। दो ट्रक ज्वार वेयर हाउस में रखी हो गई थी, उसका वितरण नहीं होगा। वहीं दो ट्रकों को वापस कर दिया गया है। पंचनामा बनाकर पूरे मामले की जानकारी आला अधिकारियों को दे दी गई है।
डबरा से
आशाराम बधारिया, प्रबंधक
वेयर हाउस बीनागंज
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यह मामला आपके द्वारा ही संज्ञान में आया है। हम मौके पर खाद्य अधिकारी को भेजकर जांच करवा रहे हैं। यदि वास्तव में ज्वार की क्वालिटी खाने योग्य नहीं है तो उसे बंटने नहीं दिया जाएगा। कैसे खराब ज्वार यहां भेजी गई है, इसकी जानकारी ली जा रही है। उसी के तहत आगामी कार्रवाई की जाएगी।
वंदना राजपूत, एसडीएम चांचौड़ा