गाड़ी में डाल देते हैं। पॉलीथिन के उपयोग पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया है, लेकिन डेयरी संचालक, सब्जी और फल विक्रेता अब भी इसका इस्तेमाल रहे हैं। इसमें कई जगह निगेटिव फीडबैक मिला, इससे गुना के नंबर कट सकते हैं। सर्वे टीम ने व्यापारियों और रहवासियों से एक-एक कर सवाल किए। टैबलेट से उनके फोटो लेकर सर्वे पूरा किया। एक दिन में एक सदस्य ने करीब 200 से 300 लोगों से फीडबैक लिया। इस फीडबैक से ही शहर को स्वच्छता में रैंकिंग मिलेगी। उधर, इस मामले में सीएमओ संजय श्रीवास्तव का कहना है कि सर्वे दल हमारे संपर्क में नहीं है।
हर वार्ड के लिए नहीं आ सकी कचरा गाड़ी उधर, 37 वार्डों की इस नपा में 30 कचरा गाड़ी हैं। 3 गाड़ी बुधवार को ही नपा को मिली हैं। कार्यकाल पूरा होने से पहले आखिरी परिषद में २० कचरा गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव पास किया था, लेकिन गाड़ी की खरीदी अब तक नहीं हो सकी है। पूर्व में 4 जनवरी तक कचरा वाहन आने की उ मीद थी। लेकिन सर्वे दल आने के बाद भी हर वार्ड में एक कचरा गाड़ी का इंतजाम नहीं हो सका। फीडबैक में कचरा गाड़ी के सवाल पर लोगों के नकारात्मक जबाव मिले।
यहां खुली कचरा कलेक्शन की पोल सर्वे दल गुना होने के बाद कर्मचारी दिन में सफाई करते नजर आए। बुधवार को वे दोपहर में भी सफाई करते नजर आए। नई सड़क, राधा कालोनी, दुर्गा कॉलोनी में कचरे के ढेर दिखाई दिए। वहीं नपा का अमला नालियों की सफाई कर कचरा गाड़ी से मलबा भरता नजर आया। खाली प्लॉटों की भी साफ-सफाई नपा का अमला कराता दिखाई दिया। सर्वे दल ने बीते रोज कई कालोनियों में जाकर कचरा मुक्त शहर का जायजा लिया था। जहां कचरा मिला था।
ये है बाजार की हकीकत सदर बाजार में लोग कचरा फैलाने से बाज नहीं आ रहे। कुछ लोग अपनी दुकान का कचरा दूसरी दुकान के आगे डाल देते हैं। गाड़ी का समय सुबह 11 बजे और शाम 7.30 बजे है। सुबह अक्सर कई दुकानदार कचरा नहीं डाल पाते। अधिकांश दुकानदार सूखा और गीला कचरा एक साथ गाड़ी में डालते हैं। रात 10 बजे के बाद सदर बाजार, नई सड़क और हाट रोड पर दुकानों के आगे कचरा नजर आता है।
आधे से अधिक लोगों का निगेटिव फीडबैक कट सकते हैं नंबर केन्द्रीय सर्वे दल की जो टीम यहां आई थी, उसमें एक सदस्य ने कम से कम तीन सौ लोगों से सवाल-जवाब किए, उसमें से आधे से ज्यादा लोगों ने कई सवालों के न में जवाब दिए, जिससे यह तय माना जा रहा है कि सवाल-जवाबों में गुना नपा के काफी नंबर कट सकते हैं।