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क्रॉस वोटिंग के चक्कर में शपथ ग्रहण लटका, शहर का विकास भी अटका

locationगुनाPublished: Aug 19, 2022 02:55:45 pm

Submitted by:

Narendra Kushwah

शहर की जनता नई नगर सरकार से विकास को गति देने के लिए लगाए है उम्मीदराजनीतिक दांव पेंच में उलझ़ा नगर पालिका परिषद् का कामकाज, अधिकारी भी वेट एंड वॉच की स्थिति में

क्रॉस वोटिंग के चक्कर में शपथ ग्रहण लटका, शहर का विकास भी अटका

क्रॉस वोटिंग के चक्कर में शपथ ग्रहण लटका, शहर का विकास भी अटका

गुना. नगर पालिका गुना के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद का चुनाव हुए 8 दिन निकल चुके हैं। लेकिन अब तक दोनों ने ही पद्भार ग्रहण नहीं किया है। वहीं जिस तरह से दोनों पदों के लिए मेंडेट देने की कार्रवाई और वोटिंग हुई है, वह भी विवादों में है। भाजपा के मेंडेट को दरकिनार कर जिस तरह से भाजपा पार्षद सविता अरविंद गुप्ता ने निर्दलीय रूप से अध्यक्ष पद का फार्म भरा और फिर टाई होने पर पर्ची सिस्टम से चुनाव जीता। यह पूरी प्रक्रिया विवादों में आने के बाद पूरा मामला भाजपा के आलाकमान तक पहुंच गया है। जिसके चलते अध्यक्ष पद का पद्भार फिलहाल टलता नजर आ रहा है। यह खबर शहर वासियों के लिए निराश कर देने वाली है। क्योंकि गुना शहर की जनता पिछले दो सालों से नई नगर परिषद् के गठन का इंतजार कर रही थी। ताकि शहर के रुके विकास को फिर से गति मिल सके। बता दें कि पहले ही 7 साल बाद नगर पालिका के चुनाव हो सके हैं। ऐसे में यह देरी शहर विकास और जनता के लिहाज से ठीक नहीं है। नियम अनुसार अभी तक शपथ ग्रहण समारोह
हो जाना था।

यह कार्य हो रहे प्रभावित
शहर के सभी 37 वार्डों की अधिकांश कॉलोनियों में सड़कें उखड़ी पड़ी हैं। जो नई सड़कें बनी भी थी वह भी सीवर लाइन खुदाई के बाद खोद दी गईं। बारिश के चलते प्रमुख मार्गों का हाल बहुत बुरा है। जगह-जगह जल जमाव की स्थिति बन रही है। पुरानी नालियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। नई नालियों का निर्माण नहीं हुआ है। पूरे शहर का ड्रेनेज सिस्टम फेल है। जिसके परिणाम स्वरूप ही इन दिनों शहर के हालात खराब हैं। पॉश कॉलोनियों से लेकर मलिन बस्तियों में कई जगह स्ट्रीट लाइट लगी ही नहीं है और जहां लगी भी हैं तो वह जल नहीं रहीं।

पुराने कार्यों का भुगतान अटका, नए की शुरूआत नहीं
गुना नपा में नई परिषद् के पदभार ग्रहण न करने से काफी काम प्रभावित हो रहे हैं। नपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि जो काम पहले हो चुके हैं उनका अब तक भुगतान नहीं हो सका है। वहीं जो नए काम होना है, उनकी शुरूआत नहीं हो पा रही है। नपा अधिकारी नए जनप्रतिनिधियों के पदभार ग्रहण करने का इंतजार कर रहे हंै ताकि रुका हुआ काम हो जाए तथा नए कार्यों को गति मिल सके।

इस तरह शहर का विकास हुआ अवरुद्ध
शहर विकास में रोड़ा लगने की शुरूआत पूर्व नपाध्यक्ष राजेंद्र सलूजा के हटने के बाद हुई। उनके जाने के बाद शहर के किसी भी हिस्से में नई सड़क या नाली निर्माण नहीं हुआ है। जिसके चलते बारिश के दौरान जनता काफी परेशान हो रही है। वहीं शहर के विकास को पंख देने वाला अति महत्वाकांक्षी सीवर लाइन प्रोजेक्ट कछुआ गति से चल रहा है। जिसकी मॉनीटरिंग करने वाला कोई नहीं है। अब तक न तो सभी घरों में पाइप लाइन बिछी है और न ही ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरा हो सका है।

बस स्टैंड : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का जज्जी बस स्टैंड को प्रदेश का मॉडल बस स्टैंड बनाना ड्रीम प्रोजेक्ट है। जो लोकार्पण के बाद भी अधूरा है। अब तक यहां यात्रियों के लिए सबसे जरूरी कैंटीन सुविधा तक चालू नहीं हो सकी है। इसके अलावा कई आधुनिक सुविधाएं भी अधर में हैं।

राजस्व : राजस्व वसूली के मामले में गुना नपा की स्थिति ज्यादा ठीक नहीं है। पुराने राजस्व की वसूली अभी बाकी है। शहर का क्षेत्रफल बढऩे के साथ ही आबादी भी बढ़ी है। कई नई कॉलोनियां विकसित हो चुकी हैं। लगातार नए भवनों का निर्माण जारी है। ऐसे में राजस्व वृद्धि को लेकर नए सिरे से प्लानिंग की जाना आवश्यक है। लेकिन यह तभी मुमकिन होगा जब नई नगर परिषद अपना कामकाज संभाल लेगी।

सौन्दर्यीकरण : शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए कच्चा व पक्का अतिक्रमण हटाने की जरूरत है। साथ ही कई जगह मार्ग चौड़ीकरण के लिए नया निर्माण किया जाना आवश्यक है। खाली पड़े पार्कों को नए सिरे विकसित किया जाना है। यह सभी काम अध्यक्ष के पदभार ग्रहण करने के बाद ही हो सकेंगे। क्योंकि परिषद् के सम्मेलन में यह सभी प्रस्ताव रखे जाकर पारित होंगे।
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