चुनाव के लिए वाहनों के अधिग्रहण की कार्रवाई परिवहन विभाग द्वारा पूरी कर ली गई। अगर, कोई वाहन मालिक अधिग्रहित वाहनों को चुनाव ड्यूटी में नहीं भेजेगा तो उसे एक साल तक का कारावास हो सकता है। एआरटीओ दीपक मांझी ने बताया, चुनाव के लिए वाहनों को अधिग्रहण हो गया है। मालिकों ने वाहन नहीं भेजे तो उनको एक साल की जेल सकती है।
चुनाव के लिए ८० केंद्रों की बेव कॉस्ट, ८६ मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगेंगे लोकसभा चुनाव के लिए पुलिस ने भी कमर कस ली है। पुलिस ने २०५ मतदान केंद्रों को संवेदनशील माना है और सबसे अधिक केंद्र चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र में है। १२ मई को गुना, बमोरी, राघौगढ़ और चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता गुना और राजगढ़ सीट के लिए अपना प्रतिनिधि चुनेंगे। किसी केंद्र पर बूथ कैपचरिंग और हिंसा न हो, इसके लिए जिले में ४ सीएपीएफ कंपनी की कंपनी आ रही हैं। तीन एसएएफ की कंपनी और होमगार्ड सैनिकों के साथ करीब एक हजार जवानों की मांग की है।
इनमें से ५२ मतदान केंद्रों के मार्गों पर सीएएसएफ के जवान तैनात होंगे और ये जवान पांच-पांच बूथ के केंद्रों में होंगे। पुलिस ८० मतदान केंद्रों पर वेब कॉस्ट, ८६ केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगेंगे। इसके साथ ही वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया, संवेदनशील मतदान केंद्रों में से २७ जगह फोर्स पहुंच चुका है और लोगों से वन टू वन चर्चा की। ११ इंटर स्टेट नाके पर चैकिंग की जा रही है। इसके अलावा १६ अगल टीमें काम कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस के अलावा राजस्व विभाग के अधिकारी भी कार्रवाई कर रहे हैं। ईवीएम को लेकर रेंडमाईजेशन आदि भी किया गया।
इन पर पुलिस ने की कार्रवाई पुलिस ने चुनाव के चलते ४ हजार लोगों को बाउंड ओवर कर दिया है। १५० व्यक्ति अवैध हथियारों के पकड़े गए। जनवरी से अब तब सवा करोड़ की शराब पकड़ी गई। इसके अलावा स्मैक के २१ केस दर्ज हैं। २०० गुंडे, और हिस्ट्रीसीटर चिन्हित किए। २.९२ लाख कैश पकड़ा है। इसमें सोना चांदा के अलावा ७० सम्पत्ति विरूपण केस बनाए।
तीन दिन रहेगी वाहनों की कमी लोकसभा चुनाव के लिए वाहनों की तीन दिन सबसे ज्यादा कमी रहेगी। १२ मई को मतदान होगा। इसके एक दिन पहले गुना से मतदान दल रवाना होंगे और १३ मई को वापस लौटकर आए हैं। इसके अलावा सुरक्षा बलों को पहले क्षेत्र में भेजा जाएगा।चुनाव में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर १०७७ कर दी है।