scriptकैंट थाने की नाक के नीचे चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री | The condition of the injured is also critical after the death of two | Patrika News

कैंट थाने की नाक के नीचे चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री

locationगुनाPublished: Oct 18, 2019 11:49:12 pm

Submitted by:

Manoj vishwakarma

हादसा: रिहायशी क्षेत्र में एक नहीं कई जगह बन रहे हैं पटाखे, दो की मौत के बाद घायलों की भी हालत गंभीर

कैंट थाने की नाक के नीचे चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री

कैंट थाने की नाक के नीचे चल रही थी अवैध पटाखा फैक्ट्री

गुना. नदी मोहल्ले की संकरी गली। तेज आवाज के साथ धमाका। आवाज सुनते ही आसपास के लोगों की भीड़। धमाके से अवैध पटाखा फैक्ट्री के लिए डाली गई टीन शेड उड़कर पेड़ से टंगी। फैक्ट्री के नीचे की छत उड़ी, उसमें रखी अलमारी उछलकर पहुंची पटाखा फैक्ट्री स्थल पर। घर में लगी ईंटों के टुकड़े घटना स्थल से 2० मीटर पर पड़े हुए डले मिले।
हर कोई यह जानने को उत्सुक था कि धमाका कैसे हुआ। यह नजारा था कैंट थानान्तर्गत नदी मोहल्ले का। जहां शुक्रवार को सुबह साढ़े ग्यारह बजे अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था, जिसमें चार लोग घायल हो गए थे, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है, दो जिला अस्पताल में दाखिल होकर जिदंगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। हैरानी तो इस बात की है कि यह अवैध पटाखा फैक्ट्री कैंट पुलिस थाने की नाक के नीचे यानी मात्र सौ मीटर दूरी पर संचालित हो रही थी। सवाल उठता है कि कैंट पुलिस थाने को या तो इस अवैध पटाखा फैक्टरी के संचालित होने की खबर नहीं थी, या उनकी सांठगांठ से ही यह फैक्ट्री संचालित हो रही थी।
मशक्कत: घर के बर्तनों से बुझाई आग, इसलिए हुई देरी

लोगों के बताया कि रिहायशी इलाके में संकरी गली होने के कारण लोगों को बाहर निकलने में मशक्तत करनी पड़ी। वहां नगर पुलिस अधीक्षक संजय चतुर्वेदी खबर मिलने के बाद मय पुलिस फोर्स के पहुंचे तो वहां कई लोग वीडियो बनाते हुए दिखे। जबकि आग बुझाने वालों की कमी दिखाई दी, वहीं सकरी गली होने की वजह से फायर ब्रिगेड के आने में देरी हो रही थी। सीएसपी संजय चतुर्वेदी ने भीड़ से मौके पर आग्रह किया कि आप लोग वीडियो बनाने की जगह आग बुझाने मेें मदद करो। यह सुनकर लोग अपने-अपने घरों से केन और बर्तन लेकर आए और पानी से आग बुझाने में मदद की।
पूर्व पार्षद के मकान में हुआ हादसा

नदी मोहल्ला में रहने वाले पूर्व पार्षद रमजान जहूर खान के मकान की ऊपरी मंंजिल जो खाली थी, उसको नदी मोहल्ले में ही रहने वाले दूसरे रमजान ने किराए पर ले लिया था। यहां टीन शेड डालकर अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम उनके परिजनों ने शुरू कर दिया था। वैसे तो नदी मोहल्ला और उसके आसपास क्षेत्र में अवैध रूप से पटाखा बनाने का कारोबार बड़ी तेजी से चल रहा है। यहां हुए हादसे में घायलों में जमीला पत्नी रमजान खान उम्र चालीस वर्ष निवासी नदी मोहल्ला, रूखसार पत्नी असफाक खान उम्र 26 वर्ष, समीर खान पुत्र रमजान खान उम्र 18 साल और माहिरा पुत्री असफाक खान उम्र तीन वर्ष घायल हो गए। इनमें समीर और जमीला मां-बेटे हैं, रूखसार और माहिरा मां-बेटी हैं। जिनमें समीर और रूखसार को भोपाल रैफर किया था, जिनकी रास्ते में मौत हो गई। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रूखसार अपनी ३ वर्षीय बेटी के साथ जमीला से मिलने गई थी।
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