ट्रक आपरेटरों ने बताया, अगर सरकार ने वैट कम नहीं किया तो प्रदेश में माल की सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। गुना का कारोबार इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर से जुड़ा हुआ है। ट्रक आपरेटरों ने पूरे प्रदेश में हड़ताल की है। गुना में केवल मध्य प्रदेश के बाहर के ट्रक आ रहे हैं। हड़ताल लंबी चली तो बाहर से आने वाले ट्रकों के भी पहिए थम सकते हैं। गुना में 27 रोड लाइन्स हैं, जो हड़ताल पर चली गई हैं।
इन दो प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे ट्रक ऑपरेटर
यूनियन के अध्यक्ष सुनील सूद ने बताया, मप्र सरकार ने हाल ही में डीजल पर पांच प्रतिशत वैट टैक्स बढ़ाया है। इससे डीजल महंगा हो गया है। गुना से बाहर माल ले जाने में काफी लागत आ रही है। प्रदेश की सड़क पहले से ही जर्जर हैं। उन सड़कों से ही ट्रकों को गुजारा जाता है। इससे वाहनों में मेंटेनेंस काफी ज्यादा आ रहा है। अब टैक्स बढ़ाने से लागत और भी बढ़ गई है। उधर, दूसरा टैक्स लाइफ टाइम के नाम पर लगाया है। इससे ट्रक चालकों पर अतिरिक्त भार पड़ गया है। तीसरी मांग, बेरियल पर वसूलों को रोकने मांग की है।
कारोबार हो सकता है प्रभावित
गुना में ट्रकों के माध्यम से ही माल आता और जाता है। ग्वालियर से कपड़ा, किराना, इंदौर से दवाएं और दूसरा मटेरियल आता है। उधर, मप्र के बाहर से आने वाले माल को लेकर विवाद गहरा सकता है। आपरेटर हड़ताल को सफल बनाने के लिए बाहर से आने वाले वाहनों को रोक सकते हैं।
संजय स्टेडियम में खड़े कर दिए ट्रक
लोकल ट्रक आपरेटर यूनियन के आह्वान के बाद गुना में संजय स्टेडियम के पास ट्रकों को खड़ा कर दिया। संजय स्टेडियम की दुकानों के आगे और एबी रोड पर लाइन से ट्रक खड़े कर दिए हैं। इसी तरह शहर में कई जगह ट्रक खड़े कर दिए गए हैं। ट्रक आपरेटर एक दूसरे से संपर्क कर हड़ताल को सफल बनाने के लिए संपर्क कर रहे हैं और ट्रकों को रोक दिया है।