बदहाल मार्ग की समस्या से गांव के बच्चे भी जूझ रहे हैं। वे कीचडय़ुक्त मार्ग से होकर प्रतिदिन स्कूल जाते हैं तो उन्हें जूते चप्पल भी उतारना पड़ते हैं। गांव वालों का कहना है कि बारिश में गांव के हालात नरक जैसे हो गए हैं। गांव की इस विकट समस्या से अधिकारियों को भी अवगत कराया लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ।
मधुसूदनगढ़ क्षेत्र में भी ऐसे ही हालात
सड़क न होने की गंभीर समस्या से मधुसूदनगढ़ क्षेत्र के कई गांव भी जूझ रहे हैं। ताजा मामला हाल ही में ग्राम रामहेड़ा में तब सामने आया जब एक युवक को करंट लगने के बाद खटिया पर रखकर एंबुलेंस तक ले जाया गया। मामला प्रकाश में आने के बाद भी न तो प्रशासन जागा और न ही क्षेत्र के नेता। संयोग से दोनों ही क्षेत्र चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र में आते हैं, जहां अब भी विकास की दरकार है।
हाथ में जूते मौजे लेकर निकलते हैं छात्र-छात्राएं
इसी तरह स्कूली छात्र-छात्राओं को हाथ में जूते मौजे लेकर रास्ता तय करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि मार्ग ठीक नहीं होने से कई बच्चे आगे की पढ़ाई छोड़ देते हैं। स्थिति यह रहती है कि अगर जरूरी नहीं होता तो ग्रामीण दो से तीन महीने तक गांव से बाहर ही नहीं जाते। गांव में विकास नहीं होने से लोगों काफी नाराजगी व्याप्त है।