scriptपत्रिका पब्लिक इश्यु : आखिर कब तक कोविड के नाम पर यात्री सुविधाओं में की जाएगी कटौती | Till when will the passenger facilities be cut in the name of Kovid? | Patrika News

पत्रिका पब्लिक इश्यु : आखिर कब तक कोविड के नाम पर यात्री सुविधाओं में की जाएगी कटौती

locationगुनाPublished: Jun 22, 2022 01:20:22 am

Submitted by:

Narendra Kushwah

रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाएं गड़बड़ाईं- स्टाफ पर्याप्त, विंडो दो फिर भी टिकट वितरण एक खिड़की सेटिकट लेने भारी मशक्कत करनी पड़ रही यात्रियों कोतकनीकी खामी बताकर एक लिफ्ट को किया बंद दूसरी का निर्माण कार्य अधर में, रैंप है नहंींदिव्यांग सहित अन्य यात्रियों को प्लेट फार्म क्रमांक 2 व 3 पर जाने में आ रही परेशानी

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पत्रिका पब्लिक इश्यु : आखिर कब तक कोविड के नाम पर यात्री सुविधाओं में की जाएगी कटौती

गुना. रेलवे स्टेशन गुना पर यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाओं में इजाफा होने के वजाए लगातार कटौती होती जा रही है। एक तरफ जहां अब तक कोरोना की वजह से जो टे्रेनें बंद की गई थीं, वह आज तक बहाल नहीं हो सकीं हैं। वहीं दूसरी ओर जो ट्रेनें जैसे-तैसे चालू कर दी गई हैं उनमें भी आम आदमी को यात्रा करना मुश्किल हो गया है। पहले तो रिजर्वेशन कराना ही मुश्किल हो रहा है। एक दो ट्रेन ऐसी हंै जिनमें स्टेशन से टिकट लेकर यात्री बैठ सकते हैं, उनमें भी यात्रा कठिन बना दी गई है। इसकी वजह स्टेशन पर व्याप्त कृत्रिम अव्यवस्थाएं हैं। रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए दो टिकट खिड़की की व्यवस्था दी है। इसके संचालन के लिए पर्याप्त स्टाफ भी मौजूद है। लेकिन स्टेशन प्रबंशन की उदासीनता के चलते स्टाफ सिर्फ एक विंडो ही यात्रियों के लिए चालू रख रहा है। जिससे यात्रियों को जल्द टिकट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। कई बार यात्रियों को इस अव्यवस्था की वजह से बिना टिकट ही यात्रा करनी पड़ रही है।
यहां बता दें कि गुना स्टेशन पर यात्रियों की परेशानी यहीं तक सीमित नहीं हैं। न तो पूछताछ काउंटर पर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी समय पर नियमित रूप से बैठ रहे हैं और न ही माइक के जरिए एनाउंसमेंट किया जा रहा है। जिससे यात्रियों को ट्रेन से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के नाम पर प्लेट फार्म की संख्या तो बढ़ाकर तीन कर दी। लेकिन यहां तक यात्रियों को आने जाने के लिए पुख्ता व्यवस्था नही की। कहने को प्लेट फार्म क्रमांक-एक पर लाखों रुपए खर्च कर एक लिफ्ट लग चुकी है। लेकिन वर्तमान में चालू नहीं है। इसकी वजह बारिश को बताया गया है। अधिकारियों का कहना है कि ऊपर से बारिश का पानी लिफ्ट में जाने की वजह से करंट आने लगता है इसलिए इसे फिलहाल बंद रखा गया है। वहीं दूसरी लिफ्ट का काम पिछले 6 महीने से बंद पड़ा है। जो प्लेट फार्म क्रमांक 2 पर लगनी है। गौर करने वाली बात है कि स्टेशन पर तीन प्लेट फार्म हैं जहां तक आने जाने के लिए रैंप पहले से ही नहीं है। ऐसे में दिव्यांग, बुजुर्ग और सामान्य यात्रियों की परेशानी जस की तस बनी हुई है।

यात्रियों को कहां क्या आ रही परेशानियां
बोगी : वर्तमान में गुना स्टेशन से होकर जो ट्रेनें चल रही हैं उनमें यात्रियों की संख्या को देखते हुए बोगियों की संख्या को बढ़ाया गया है। लेकिन जब रिजर्वेशन वाले यात्रियों को इन ट्रेन में सवार होना होता है तो उन्हें बोगियों को ढूंढने में बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है, खासकर रात के समय। स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले न होने से रात को रिजर्वेशन वाले यात्री अपनी बोगी को ढंूढने में ही समय निकाल देते हैं और गाड़ी का चलने का समय हो जाता।

पूछताछ खिड़की : स्टेशन पर लगभग हर यात्री अपनी ट्रेन के बारे में जानना चाहता है। जिसके लिए वह सबसे पहले पूछताछ काउंटर पर पहुंचता है लेकिन यहां ज्यादातर समय तो कोई मिलता ही नहीं। या फिर मिल भी जाए तो उसके द्वारा संतुष्टि पूर्ण जवाब नही मिल पाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन डिस्प्ले का होना जरूरी है।

स्पेशल वेटिंग रूम : कहने को गुना स्टेशन पर स्पेशल वेटिंग रूम तो बना है। लेकिन वहां यात्रियों के लिए जो सुविधाएं होनी चाहिए वह नहीं हैं। वेटिंग रूम में एक स्क्रीन होनी चाहिए जिस पर आने वाली ट्रेन की जानकारी दिखनी चाहिए। साथ ही एनाउंसमेंट की जानकारी भी समय-समय पर यात्री को मिल सके कि कौनसे प्लेट फार्म पर कौनसी टे्रन आने वाली है या आ चुकी है।

टिकट विंडो : गुना से जाने वाली ट्रेनें और यात्रियों की संख्या को देखते हुए प्लेट फार्म की संख्या बढ़ाकर तीन कर दी गई है। लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए न तो टीनशेड का एरिया बढ़ाया और न ही टिकट विंडो। यही कारण है कि आज भी यात्रियों को टिकट लेने प्लेट फार्म क्रमांक एक पर बनी विंडो पर ही जाना होता है। जबकि प्लेटफार्म क्रमांक 2, 3 से लगी दर्जनों कालोनियां हैं। यहां के लोग स्टेशन के प्लेट फार्म क्रमांक 3 की ओर से आते हैं। क्योंकि यह सीधा मार्ग है।

फुट ओवर ब्रिज : गुना स्टेशन शहर के बीचों बीच स्थित है। रेलवे ट्रेक ने शहर को दो भागों में बांट दिया है। ऐसे में अधिकांश यात्रियों को स्टेशन तक पहुंचने के लिए काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। कई यात्री तो रेलवे ट्रेक को पार कर स्टेशन तक पहुंचते हैं। कई बार ऐसी स्थिति भी बनती है जब जाम की वजह से ट्रेन तक निकल जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए फुट ओवर ब्रिज का होना आवश्यक है।

लाइफ लाइन एक्सप्रेस : बीना, गुना, शिवपुरी, कोटा, लाइन पर आम यात्रियों की गाड़ियों को बहाल करना अति आवश्यक है। जो पिछले तीन वर्षो से बंद हैं। क्योंकि उक्त लाइन पर सैकड़ो की संख्या में छोटे-छोटे स्टेशन गांव हैं। जहां एक्सप्रेस सुपरफास्ट गाड़िया नही रूकती। उक्त गाड़ियों के बंद होने से उक्त लाइन के मजदूर, व्यापारी, हाट करने वाले दुकानदार, दूध बेचने वाले, अपडाउन करने वाले, व्यापारी, दुकानदार शहर के स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और आम यात्री गांव से शहर और शहर से गांव नही जा पा रहा है।
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