बिहार से पकड़े गए दो ठग, मोबाइल में एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर की धोखाधड़ी
निर्वाचन अधिकारी बनकर 40 हजार रुपए से ठगा बीएलओ को
गुना
Published: April 28, 2022 01:17:57 am
गुना। इन दिनों ठगों द्वारा ठगी करने के नए-नए तरीके अपनाकर लोगों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा हैं। इसी तरह का एक मामला सिटी कोतवाली में बीते दिनों सामने आया था। जिसमें 21 अप्रेल को फरियादी वरूण किरार निवासी विन्ध्यांचल कॉलोनी गुना द्वारा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि 7 मार्च 22 को उसके पिता शिवनंदन किरार के मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कॉल कर बोला कि वह एसडीएम कार्यालय गुना से बीएलओ अधिकारी बोल रहा है। जिसने बोला कि आपकी प्रोफाइल सॉफ्टवेयर पर अपडेट होना है। इसके लिये आपके आधार कार्ड एवं एटीएम कार्ड का फोटो चाहिए। पिताजी को उसकी बात समझ नहीं आई तो उन्होंने मोबाइल उसे दे दिया, कॉल करने वाले व्यक्ति के कहे अनुसार उसने आधार कार्ड एवं एटीएम का फोटो उस व्यक्ति को व्हाटसएप कर दिए। इसके बाद उसके द्वारा मोबाइल पर एनीडेस्क डाउनलोड करने का बोला गया। जैसे ही इस एप को इंस्टॉल कर उसे खोला तो उनके बैंक खाते से दो बार में क्रमश: 30823 एवं 10979 रुपए कट गए। जिसकी रिपोर्ट पर से थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी केधारा 420 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया।सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा निर्वाचन अधिकारी बन बीएलओ शिक्षक से धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफास कर बिहार के दो ठगों को गिरफ्तार किया है।
उक्त मामले में पुलिस को आरोपी बिहार राज्य के ज्ञात होने पर जिले से पुलिस की एक टीम तत्काल बिहार के लिए रवाना की गई। जहां पर टीम द्वारा आरोपियों की सघनता से तलाश की गई। यहां पुलिस ने दीपक कुमार यादव निवासी ग्राम कुंभ रेत थाना सिरदला जिला नवादा एवं सनोज कुमार यादव ग्राम हरिदत्त बीघा थाना फतेहपुर जिला गया को पकड़ा। जिन्होंने पूछताछ पर जिला निर्वाचन अधिकारी अथवा बीएलओ अधिकारी बनकर लोगों के साथ धोखाधड़ी की बारदातें करना बताया ।
इसके साथ ही 7 मार्च को गुना के व्यक्ति के साथ भी इस प्रकार की ठगी करने के साथ ही और भी अन्य लोगों के साथ धोखाधडी करना स्वीकार किया गया है। गिरफ्तारशुदा आरोपियों को न्यायालय पेश कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है। जिनसे हर बिन्दु पर बारीके से पूछताछ कर इनकी पूरी गैंग का खुलासा किया जाएगा। उक्त कार्रवाई में टीआई मदन मोहन मालवीय, रविनंदन शर्मा, मसीह खान, धीरेन्द्र गुर्जर, संजय जाट, आदित्य सिंह कौरव एवं दीपक शर्मा की महत्तवपूर्ण भूमिका रही है।
रिमोट एक्सेस एप है एनीडेस्क
दरअसल एनीडेस्क एक रिमोट एक्सेस एप है। जिसके माध्यम से किसी भी मोबाइल, लेपटॉप, कम्प्यूटर इत्यादि में होने वाली गतिविधियों को आसानी से किसी अन्य मोबाइल, लेपटॉप, कम्प्यूटर इत्यादि में किसी भी जगह या कितनी भी दूरी से देखा जा सकता है। किसी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर इस एप को डाउनलोड न करें। इसके बाद भी यदि किसी के साथ इस प्रकार की धोखाधडी की घटना हो भी जाती है तो विल्कुल न घबरायें और इसकी जानकारी तत्काल गुना पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 7587644935 पर अथवा नजदीकि पुलिस थाने में दें।

बिहार से पकड़े गए दो ठग,मोबाईल में एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर की धोखाधड़ी
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