गुना

नाले के गंदे पानी से उगाई जा रही हैं सब्जिया

दूषित पानी से तैयार सब्जियों को खाने से टाइफाइड और हेपाटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा बढ़ गया है। बावजूद इसके न नपा कोई कार्रवाई कर रही और ना ही प्रशासन ने कोई सख्ती दिखाई।

गुनाDec 07, 2018 / 09:40 pm

brajesh tiwari

दूषित पानी से तैयार सब्जियों को खाने से टाइफाइड और हेपाटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा बढ़ गया है। बावजूद इसके न नपा कोई कार्रवाई कर रही और ना ही प्रशासन ने कोई सख्ती दिखाई।

गुना. जिला मुख्यालय के ईदगाह बाड़ी से लेकर पिपरौदा तक नाले के दोनों किनारों पर और भुजरिया तालाब में गंदे पानी से सब्जियां उगाई जा रही हैं। दूषित पानी से तैयार सब्जियों को खाने से टाइफाइड और हेपाटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा बढ़ गया है। बावजूद इसके न नपा कोई कार्रवाई कर रही और ना ही प्रशासन ने कोई सख्ती दिखाई। जबकि दूषित पानी से मैंथी, बैंगन, पालक और हरा धनिया सहित कई सब्जियां तैयार की जा रही हैं। इनता ही नहीं नाले के पानी से उगाई गईं सब्जियों को पुरानी गल्ला मंडी, शास्त्री पार्क मंडी, कैंट सब्जी मंडी और निचला बाजार के आढ़त में बेचा जा रहा है। सेहत बनाने के नाम पर हरी सब्जियों के कारोबार की जांच करने प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। चार साल पहले कार्रवाई हुई, इसके बाद प्रशासन की कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई। दूषित पानी से उगाई गई सब्जियों को खाने से इम्युनिटी सिस्टम खराब हो जाता है। शरीर बेहद कमजोर होने से कोई भी बीमारी आपको घेर सकती है। हेपाटाइटिस (पीलिया), टाइफाइड (मोतीझरा) की बीमारी हो सकती हैं। ऑक्सिटोसिन की वजह से हार्मोन अनबेलेंस्ट हो जाते हैं। यह शरीर में पहुंचते ही शरीर के अंदर प्रभाव दिखाना प्रारंभ कर देते हैं। पेट में अल्सर होने की आशंका बनी रहती है। उपभोक्ता सब्जी खरीदते समय सब्जी को सूंघ कर देखें यदि केमिकल की महक आए तो इसे नहीं खरीदें सब्जी खरीदने से पहले हाथों को रगड़ कर देखें यदि रंग का प्रयोग किया होगा तो हाथों में लग जाएगा, जो खाने योग्य नहीं है।
खेत में ले जा रहे
नाले का पानी
नाले के केमिकल्स युक्त पानी को कई जगह रोका जा रहा है और पंप के जरिए खेतों में ले जाकर सब्जी उगाई जाती है। गुनिया नदी से नाले में बदली इस नदी का पानी बेहत खतरनाक है। इसमें शहर के गंदे पानी के अलावा कई केमिकल्स मिल रहे हैं। मेडिकल विशेषज्ञ के अनुसार इस दूषित पानी से तैयार सब्जी खाने से कई बीमारियां हो सकती हैं।
भुजरिया तालाब में भी उगाई सब्जी
भुजरिया तालाब में भी इस साल से सब्जी उगाई जा रही है। विंद्याचल कालोनी, महावीरपुरा, औद्योगिक क्षेत्र से आने वाले खतरनाक गंदे पानी से हरी सब्जियों को सींचा जा रहा है। इसी पानी से मैंथी, पालक, हरा धनिया, बैंगन और गोभी की सब्जी तैयार हो रही है। इस तालाब में सबसे ज्यादा खतरनाक पानी औद्योगिक क्षेत्र का है।
सजा का है प्रावधान
कंज्यूमर प्रोजेक्ट एक्ट 1986 के तहत उपभोक्ता को क्षति प्राप्त करने का अधिकार प्राप्त है। इस अधिनियम की धारा 27 के अंतर्गत एक माह से तीन साल तक की सजा व दो हजार से लेकर दस हजार रुपए तक का जुर्माना या दोनों लगाए जा सकते हैं। केन्द्र सरकार ने सन 2005 में फूड से टी बिल को पारित किया, जिसके बारे में अधिकतर लोग अनभिज्ञ हैं। इसमें दोषियों के खिलाफ फूल अडलट्रेशन एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है।

दूषित पानी से तैयार सब्जियां को खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। हेपाटाइटिस और टाइफाइट जैसी बीमारियां होती हैं। रोगियों की संख्या काफी अधिक है।
-डा. गौरव तिवारी, एमडी मेडिसिन
शहर में कहां-कहां गंदे पानी से सब्जियां उगाई जा रही हैं, यह दिखवा रहे हैं। नपा और एसडीएम ने संयुक्त रूप से पहले भी कार्रवाई की थी। फिर से कार्रवाई की जाएगी।
-पीएस बुंदेला, सीएमओ नपा गुना
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