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ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द : जल निकासी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण

locationगुनाPublished: Dec 09, 2021 12:40:48 am

Submitted by:

Narendra Kushwah

सड़क बनाकर बीच में ही छोड़ी, नालियां न होने से पैदा हुई विकट समस्यास्कूल में बाउंड्रीवॉल नहीं, रात में असमाजिक तत्वों का रहता है जमावड़ा

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ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द : जल निकासी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण,ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द : जल निकासी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण

गुना. ग्राम पंचायत पिपरौदखुर्द गुना जनपद की सबसे नजदीकी ग्राम पंचायतों में से एक है। इसका काफी हिस्सा गुना नगर पालिका सीमा में ही है। इसका फायदा और नुकसान दोनों ही रहवासी झेल रहे हैं। आबादी के हिसाब से यह पंचायत काफी बड़ी है। लेकिन रहवासी काफी घने क्षेत्र में रहते हैं। इस पंचायत में प्रवेश करते ही विकास तो नजर आता है लेकिन जैसे ही अंदरुनी इलाके में घुसते जाते हैं तो एक-एक कार समस्याओं से सामना होना शुरू हो जाता है। ग्रामीणों की सुविधाओं के लिहाज से बात करें तो यहां मूलभूत सुविधाओं में पेयजल व जल निकासी की समस्या है। वहीं गांव के कुछ इलाके में सड़कों का भी अभाव है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द शहर की सीमा क्षेत्र में स्थित सिंगवास गांव को मिलाकर बनी है। एक दिशा में पिपरौदाखुर्द गांव है तो दूसरी दिशा में सिंगवासा। पंचायत की कुल आबादी करीब 10 हजार है। वहीं मतदाताओं की संख्या 8 हजार है। समय के साथ गांव में काफी विकास कार्य हुए हैं। सबसे पहले तो गांव का पहुंच मार्ग सीसी सड़क युक्त है। लेकिन यह सड़क आगे जाकर खत्म हो जाती है।
बीच में कच्चा रास्ता भी है। सड़क को देखकर पहली बार में विकास नजर आता है लेकिन जब अंदरुनी इलाकों में जाते हंैं तो नालियों की समस्या विकराल रूप में सामने आती है। इसकी वजह भी कई हैं। एक तो यहां की भोगोलिक स्थिति ने इसे समस्याग्रस्त बना दिया है। पिपरौदाखुर्द के बीच से निकली सड़क गांव को दो भागों में बांट देती है। गुना नगरीय क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विद्यालय की ओर बने मकान काफी ऊंचाइ्र्र पर स्थित हैं। जहां नालियां भी नहीं बनाई गईं। इन मकानों से निकलने वाले पानी का बहाव भी पिपरौदाखर्दु की ओर है। वहीं पिपरौदाखुर्द निचाई पर बसा है। ऐसे में जल निकासी के अभाव ने इस समस्या को बेहद गंभीर कर दिया है। बारिश के दिनों में तो यह समस्या और ज्यादा विकराल रूप धारण कर लेती है।

असुरक्षित शिक्षा का मंदिर
पिपरौदा पंचायत में प्राथमिक विद्यालय है। जहां वर्तमान में करीब 250 विद्यार्थी पढ़ते हैं। शासन ने स्कूल भवन तो ठीक ठाक बनवा दिया है। लेकिन सबसे बड़ी कमी बाउंड्रीवॉल की है। जिसके कारण यह शिक्षा का मंदिर पूरी तरह से असुरक्षित है। स्कूल स्टाफ ने बताया कि रात के समय यहां वह सब कुछ होता है जो नहीं होना चाहिए। असामाजिक तत्वों के जमावड़े के कारण स्कूल सुरक्षित नहीं है। यही नहीं स्कूल के एक कक्ष पर तो स्वसहायता समूह ने अवैध कब्जा जमा लिया है। जहां सिलाई सेंटर चलाया जा रहा है। इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से करने की बात स्कूल प्रभारी ने कही है।

ँटंकी तो बनी लेकिन आधे गांव में सप्लाई नहीं
पिपरौदा पंचायत में पेयजल के लिए नलजल योजना के तहत दो ओवर हैड टैंक बन चुके हैंं। पुराने ओवर हैड टैंक से सप्लाई पहले से ही चालू है। लेकिन इससे पूरा गांव कवर नहीं हो रहा था। इसलिए दूसरा टैंक बनाया गया। जिससे सिर्फ आसपास के कुछ इलाके में ही पेयजल सप्लाई हो रहा है। शेष क्षेत्र में लाइन बिछी है, टोंटियां लग गई लेकिन पानी सप्लाई नहीं हुई है। वहीं पिपरौदाखुर्द के आखिरी हिस्से में लाइन भी नहीं बिछी है। यह निजी बोर व हैंडपंप पर निर्भर हैं।

गर्भवती महिला हो चुकी हैं दुर्घटना का शिकार
पिपरौदाखुर्द से मंगवार गांव जाने वाले मार्ग पर कवर्ड नाली न बनने से घरों से निकले पानी के बहाव से काफी चौड़ी नाली बन चुकी है। जहां से दो पहिया वाहन तो क्या ऑटो भी नहीं निकल पाती। कई बार गर्भवती महिला इस चौड़ी नाली की वजह से दुर्घटना का शिकार हो चुकी हैं। रात के समय तो टैक्सी भी पलट चुकी हैं।
राकेश, ग्रामीण

हमारे क्षेत्र में नलजल योजना की लाइन नहीं डली है। निजी बोर से ही पानी भरते हैं। सड़क भी बीच में ही छोड़ दी है। ढलान पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
रमाबाई, ग्रामीण

फैक्ट फाइल
ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द
कुल आबादी : 10 हजार
मतदाता : 8 हजार
ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द : जल निकासी की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण
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