असुरक्षित शिक्षा का मंदिर
पिपरौदा पंचायत में प्राथमिक विद्यालय है। जहां वर्तमान में करीब 250 विद्यार्थी पढ़ते हैं। शासन ने स्कूल भवन तो ठीक ठाक बनवा दिया है। लेकिन सबसे बड़ी कमी बाउंड्रीवॉल की है। जिसके कारण यह शिक्षा का मंदिर पूरी तरह से असुरक्षित है। स्कूल स्टाफ ने बताया कि रात के समय यहां वह सब कुछ होता है जो नहीं होना चाहिए। असामाजिक तत्वों के जमावड़े के कारण स्कूल सुरक्षित नहीं है। यही नहीं स्कूल के एक कक्ष पर तो स्वसहायता समूह ने अवैध कब्जा जमा लिया है। जहां सिलाई सेंटर चलाया जा रहा है। इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से करने की बात स्कूल प्रभारी ने कही है।
–
ँटंकी तो बनी लेकिन आधे गांव में सप्लाई नहीं
पिपरौदा पंचायत में पेयजल के लिए नलजल योजना के तहत दो ओवर हैड टैंक बन चुके हैंं। पुराने ओवर हैड टैंक से सप्लाई पहले से ही चालू है। लेकिन इससे पूरा गांव कवर नहीं हो रहा था। इसलिए दूसरा टैंक बनाया गया। जिससे सिर्फ आसपास के कुछ इलाके में ही पेयजल सप्लाई हो रहा है। शेष क्षेत्र में लाइन बिछी है, टोंटियां लग गई लेकिन पानी सप्लाई नहीं हुई है। वहीं पिपरौदाखुर्द के आखिरी हिस्से में लाइन भी नहीं बिछी है। यह निजी बोर व हैंडपंप पर निर्भर हैं।
–
गर्भवती महिला हो चुकी हैं दुर्घटना का शिकार
पिपरौदाखुर्द से मंगवार गांव जाने वाले मार्ग पर कवर्ड नाली न बनने से घरों से निकले पानी के बहाव से काफी चौड़ी नाली बन चुकी है। जहां से दो पहिया वाहन तो क्या ऑटो भी नहीं निकल पाती। कई बार गर्भवती महिला इस चौड़ी नाली की वजह से दुर्घटना का शिकार हो चुकी हैं। रात के समय तो टैक्सी भी पलट चुकी हैं।
राकेश, ग्रामीण
–
हमारे क्षेत्र में नलजल योजना की लाइन नहीं डली है। निजी बोर से ही पानी भरते हैं। सड़क भी बीच में ही छोड़ दी है। ढलान पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
रमाबाई, ग्रामीण
–
फैक्ट फाइल
ग्राम पंचायत पिपरौदाखुर्द
कुल आबादी : 10 हजार
मतदाता : 8 हजार