सुबह 4 बजे से पानी भरने लगते हंै लाइन में
आरोन. नगर मेंं दिनों दिन पानी का संकट बढ़ रहा है। जिसका कारण घटता भू-जल स्तर है। नगर परिषद् इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है कि जनता को किस तरह से पेयजल उपलब्ध कराया जाए। नगर की अयोध्या बस्ती, सरस्वती कॉलोनी, जगदंबा कॉलोनी, पुरी कॉलोनी, रिजोदा रोड, गणेश्वरी मोहल्ला, मठ मोहल्ला, राम मंदिर गली, पुराना गल्ला मंडी रोड, नारायण कॉलोनी, गोंड मोहल्ला मेंं सबसे ज्यादा पानी की किल्लत है। यहां के लोग रात चार पांच बजे उठकर ही पानी की व्यवस्था में जुट जाते हंै। यह उनकी दिनचर्या में शामिल हो चुका है।
नगर वासियों का कहना है कि पेयजल संकट को लेकर शासन-प्रशासन मौन है। स्थानीय स्तर पर समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। जब भी कोई नागरिक पानी की समस्या लेकर जात है तो यह कह कर भगा दिया जाता है कि जलस्तर कम हो गया है। नगर के कुछ इलाकों में कृत्रिम जलसंकट शरारती तत्वों द्वारा पैदा किया जा रहा है। जो कभी ट्यूबवैल के तार काट जाते हैं तो कभी स्टार्टर व कंडेनसर निकाल देते हैं। इस मामले की शिकायत मोहल्लेवासी कई बार पुलिस से भी कर चुके हैं।