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Weather India : इस साल सर्दी तोड़ सकती है कई वर्षों का रिकॉर्ड, जानिये अभी क्या है मौसम का हाल

locationगुनाPublished: Dec 19, 2019 10:23:12 pm

तेज ठंड heavy winter की चेतावनी…

इस साल सर्दी तोड़ सकती है कई वर्षों का रिकॉर्ड, जानिये अभी क्या है मौसम का हाल

इस साल सर्दी तोड़ सकती है कई वर्षों का रिकॉर्ड, जानिये अभी क्या है मौसम का हाल

भोपाल/गुना। मध्य प्रदेश में इस साल देरी से शुरू हुई सर्दी winter ने अब अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। अचानक बदले इस मौसम climate के बाद अब माना जा रहा है कि इस वर्ष सर्दी कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

दरअसल सर्दी को लेकर जहां मौसम विभाग weather forecast इस बार सामान्य ठंड की बात कह रहा है। वहीं मौसम weather के जानकारों का मानना है कि इस वर्ष पड़ी गर्मी व बरसात के बाद लगातार सामने आ रहे मौसम में बदलाव इस बार तेज ठंड heavy winter की चेतावनी देते दिख रहे हैं। जिसके चलते इस बार ठंड कई वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

मौसम विभाग IMD के मुताबिक शीत लहर cold wave उस वक्त चलेगी, जब रात के तापमान temperature में भी तेजी से गिरावट आएगी। फिलहाल रात के पारे Mercury में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हो रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में इसमें भी गिरावट दर्ज की जा सकती है।

इस साल सर्दी तोड़ सकती है कई वर्षों का रिकॉर्ड, जानिये अभी क्या है मौसम का हाल

मौसम विभाग India Meteorological Department से रिटायर्ड हुए एके शर्मा के अनुसार इस बार सर्दी का असर देरी तक रहने के अलावा काफी ज्यादा होने के भी आसार है। मौसम mausam में आया बदलाव ये साफ तौर पर संकेत दे रहा है। उनका कहना है चाहे कुछ ही समय के लिए सही लेकिन जिस तरह से अचानक पारा Mercury गिर रहा है। वह तो यही दर्शाता है कि इस बार एकाएक पारा गोता लगाकर कई वर्षों की ठंड का रिकॉर्ड तोड़ सकता है।

ये रहेंगे सबसे ठंडे! coldest cities
शर्मा के मुताबिक अभी तक तो कोहरा और बादल ठंड के असर को कम बनाए हुए हैं। लेकिन इनके हटने के साथ ही इस साल MP में भोपाल के आसपास के क्षेत्रों में से सीहोर,गुना में जबकि प्रदेश में ग्वालियर, सागर व दतिया के अलावा भिंड, मुरैना में भी अत्यधिक सर्दी पड़ने का अंदेशा है।

यहां जल्द ही कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। ऐसे में बादलों के हटने के बाद ठंड का कहर इतना अधिक रहेगा कि गर्म कपड़ों के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पाएगी।

इस साल सर्दी तोड़ सकती है कई वर्षों का रिकॉर्ड, जानिये अभी क्या है मौसम का हाल

जानकारों का ये भी मानना है कि जिस तरह से लगातार बादलों का आसमान पर असर जारी है, ऐसे में ये ही हैं जो अब तक प्रदेश में आने वाली कड़ाके की ठंड bitter cold को रोके हुए हैं। लेकिन जब ये बादल हटेंगे तो शीतलहर के प्रकोप के चलते राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश के कई जिले ठंड के अलर्ट में आ जाएंगे। जिसके साथ ही प्रदेश के अनेक क्षेत्रों में सर्दी के वर्षों पुराने रिकॉर्ड के टूटने की संभावना है।

वहीं मौसम विभाग का भी मानना है कि उत्तर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र से आ रही सर्द हवाओं ने देश के कई हिस्सों को इस समय जद में ले रखा है।

उत्तर भारत में तड़के छाया घना कोहरा fog दिन चढ़ने के साथ वातावरण में निचले स्तर के बादल (लो क्लाउड) में तब्दील हो गया। इससे सूरज की किरणें धरती पर नहीं पहुंच सकीं। इसका सीधा असर तापमान में गिरावट के तौर पर सामने आया।

इस साल सर्दी तोड़ सकती है कई वर्षों का रिकॉर्ड, जानिये अभी क्या है मौसम का हाल

देश का मौसम : Country Weather …
वहीं दूसरी ओर पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी Snowfall weather news के कारण दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत INDIA WEATHER में ठंड बढ़ गई है। दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान 12.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 1997 में दिल्ली का अधिकतम तापमान सबसे कम रिकॉर्ड किया गया था जबकि 1992 में दूसरा सबसे कम तापमान था।

मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों से आने वाली तेज और ठंडी हवाओं के कारण दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत में ठंड का सितम Cold setting बढ़ गया है।

यह स्थिति कल यानी गुरुवार तक बनी रह सकती है, पश्चिमी हिमालयी snowfall क्षेत्रों से आ रहीं ठंडी हवाओं और बादलों के चलते धूप धरती तक नहीं आ पा रही है। इस कारण ठंड और बढ़ती जा रही है, आने वाले कुछ दिनों में यही हालत बनी रहने की आशंका है।

इसी सब के बीच मध्य प्रदेश में भी ठंड बढ़ गई है। बादलों के कारण सर्द हवाएं ठिठुरन पैदा कर रही हैं। इस ठंड से सबसे ज्यादा बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते राजधानी भोपाल सहित राज्य के अन्य हिस्सों के स्कूलों के खुलने के समय में बदलाव किया गया है।

राज्य के कई हिस्सों में हुई बारिश और हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण राज्य के तापमान में गिरावट आने के साथ ठंड का असर बढ़ा है। राज्य के बड़े हिस्से का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। दतिया सबसे ठंडा है, जहां तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

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