जहां न केवल खाली प्लॉटों में पालीथिन और कचरा नजर आया, बल्कि कई जगह लोगों ने नाली चोक होने की कमी भी बताई। दरअसल, शहर के 37 वार्डों में प्रति वार्ड 30 लोगों के हिसाब से १११० लोगों से फीडबैक लेना है। दो दिन में 700 से अधिक लोगों से फीडबैक लिया जा चुका है। अगले दो दिन में सर्वे पूरा हो जाएगा। हर व्यक्ति से 25-25 सवालों पर प्रतिक्रिया ली गई।
लोग बोले, 3 माह में बाजार की बदली तस्वीर, वार्ड जस के तस: लोगों ने अपने फीडबैक में बीते तीन माह का उल्लेख किया है। बाजार की सफाई में सुधार आया है, लेकिन वार्डों की सफाई जस की तस है। कालोनियों में खाली प्लॉट सबसे अधिक हैं। उन पर न तो तारफेंसिंग हो सकी और ना ही कचरा होने पर जुर्माना लगाया। सिसोदिया कालोनी, न्यूसिटी, अन्नपूर्णा, सोनी, भगत सिंह, गुलाबगंज सहित कई कालोनियों में खाली प्लॉट हैं। जहां कचरा डंप किया जा रहा है। पत्रिका ने पूर्व में इस समस्या को उजागर भी किया था, लेकिन यहां से अब तक कचरा नहीं हट पाया और अब ये खाली प्लॉट शहर की स्टार रेटिंग में रुकावट बनकर खड़े हो गए हैं। इससे हम पिछड़ सकते हैं।
स्वच्छता रैंकिंग का सबसे गोपनीय सर्वे: शहर में एक ओर टीम घूम रही है, जो पूरी तरह से गोपनीय है। किसी से संपर्क भी नहीं हो पाया। इस केंद्रीय दल में छत्तीसगढ़ से आए दो लोग आए हैं और वे हर वार्ड में जाकर वहां से ७-७ फोटो ले रहे हैं। यानी पूरे शहर से उनको २५९ फोटो लेना है। उनको तीन दिन हो गए, लेकिन वे किसी से मिल नहीं रहे हैं। इन फोटो के माध्यम से तय होगा कि गुना टॉप टेन में आएगा या नहीं। उधर एक दूसरी टीम आई जो ओडीएफ का आकलन करने के लिए कई क्षेत्रों में गई और उसने शौचालयों को देखा।
यहां मिली खामियां 1. शहर में अधिकांश कालोनियों में खाली प्लॉट हैं और उनकी सफाई नहीं हो सकी। पॉलीथिन बैन है, लेकिन प्लॉटों में पन्नी नजर आ रही है। नपा पॉलीथिन पर स ती से रोक नहीं लगा सकी। इस वजह से प्लॉटों में गंदगी है।
2. खाली प्लॉट मालिकों पर कार्रवाई करने के नाम पर नपा नोटिस जारी करती रही, लेकिन जुर्माना नहीं लगाया है। पूर्व में दो-एक पर कार्रवाई की। इस क्षेत्र में नंबर कट सकते हंै। 3. पालतू जानवरों की गंदगी करने पर जुर्माने का कोई प्रावधान नहीं है। किसी पर लगाया भी नहीं गया है। कचरा फैलाने पर भी लोगों पर कम जुर्माना लगा। इस वजह से शहर की गंदगी साफ नहीं हो सकी है।
4. शहर के कई हिस्सों में सुअरों की समस्या आई। नपा ने इस पर प्रतिबंध का कोई उपाय नहीं किया है। इससे स्टार रेटिंग प्रभावित हो सकती है, इसके बाद भी नपा ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।