मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में 3954 पदों में से 2966 पद पहले पड़ाव में भरे जाएंगे। बाकी 988 पद अगले पड़ाव में भरे जाएंगे जो 30 सितम्बर, 2020 को रिक्त होंगे। मंत्रिमंडल ने डा. के.के. तलवाड़ के नेतृत्व में विशेष चयन कमेटी की तरफ से वॉक-इन -इंटरव्यू द्वारा मेडिकल अफसरों (स्पेशलिस्ट) की जाने वाली भर्ती को भी जारी रखने की मंज़ूरी दे दी है।
इसी तरह मंत्रिमंडल ने डॉक्टरों, पैरा मेडिकल और अन्य स्टाफ की भर्ती पंजाब लोक सेवा आयोग और पंजाब अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड के घेरे में से निकाल कर बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, फरीदकोट के द्वारा करने की मंजूरी दे दी है। बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी के द्वारा यह पद भरने का फ़ैसला कोविड -19 की महामारी के दौरान आपात ज़रूरतों के मद्देनजऱ लिया गया है जबकि इससे पहले ग्रुप ए और बी की भर्ती पंजाब लोक सेवा आयोग और ग्रुप सी और डी की भर्ती अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड द्वारा की जाती है।
विस्तार में जानकारी देते हुये प्रवक्ता ने बताया कि 2966 पदों में से 235 मेडिकल अफ़सर (जनरल), एक मेडिकल अफ़सर स्पेशलिस्ट (माईक्रोबायोलॉजिस्ट), चार मेडिकल अफ़सर स्पेशलिस्ट (सोशल प्रीवैंटिव मैडिसन), 35 मेडिकल अफ़सर (डेंटल), 598 स्टाफ नर्सें, 180 फार्मासिस्ट (फार्मेसी अफ़सर), 600 मल्टीपरपज़ हेल्थ वर्कर (महिला) और 200 मल्टीपरपज़ हेल्थ वर्कर (पुरुष), 139 रेडीयोग्राफरज़, 44 डायलसिस टेक्नीशियन, 116 ओपरेशन थियेटर असिस्टेंट, 14 ई.सी.जी. टेक्नीशियन के अलावा 800 वार्ड अटेंडेंट की भर्ती की जायेगी। इनके अलावा मंत्रिमंडल ने 30 सितम्बर, 2020 को रिक्त होने वाले कुल 988 पदों के विरुद्ध 265 मेडिकल अफ़सर (जनरल), 323 मेडिकल अफ़सर स्पेशलिस्ट, 302 फार्मासिस्ट (फार्मेसी अफ़सर) और 98 एम.एल.टी. (ग्रेड -2) की भर्ती करने का फ़ैसला किया है।
मंत्रिमंडल ने पहले से सरकारी नौकरी कर रहे व्यक्तियों की प्रत्यक्ष भर्ती के द्वारा नियुक्ति में ऊपरी आयु सीमा 45 साल तक करने की छूट की राह पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विभिन्न विंगों/संस्थानों में ठेके/आउटसोर्सिंग के आधार पर पहले ही काम कर रहे मुलाजिमों की भर्ती के समय ऊपरी आयु सीमा 45 साल तक करने में छूट देने की मंज़ूरी दे दी है।हालाँकि, शैक्षिक योग्यता में किसी किस्म की ढील नहीं मिलेगी। उक्त मुलाजिमों के लिए ऊपरी आयु सीमा 45 साल तक करने की छूट इस कारणकी गई क्योंकि वह विभाग के कामकाज से अच्छी तरह वाकिफ़ हैं और कोविड -19 की महामारी के दौरान उन्होंने शानदार सेवाएं निभाई।