scriptकृषि विधेयकों का विरोधः रेलवे ट्रैक पर बैठै हैं किसान, कपड़े उतारकर प्रदर्शन | Agriculture bill farmers protest on railway tracks in Amritsar paunjab | Patrika News

कृषि विधेयकों का विरोधः रेलवे ट्रैक पर बैठै हैं किसान, कपड़े उतारकर प्रदर्शन

locationगुरदासपुरPublished: Sep 26, 2020 06:02:05 pm

Submitted by:

Bhanu Pratap

किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव एसएस पंढेर का शिरोमणि अकाली दल पर दोहरी राजनीति का आरोप

kisan_andolan_punjab.jpg

अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर कपड़े उतारकर बैठे किसान

अमृतसर। केन्द्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयकों के खिलाफ पंजाब में विरोध जारी है। तीसरे दिन भी किसान रेल पटरियों पर जमे हुए हैं। किसान इतने गुस्से में हैं कि आधे कपड़े उतार दिए। केन्द्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने 25 सितम्बर को भारत बंद किया था। इसका पंजाब और हरियाणा में व्यापक असर हुआ था।
अकाली दल का रुख साफ नहीं

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के आह्वान पर किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। तीसरे दिन शनिवार को भी अमृतसर में किसानों का रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस मौके पर किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव एसएस पंढेर ने कहा शिरोमणि अकाली दल दोहरी राजनीति कर रहा। भले ही शिरोमणि अकाली दल की नेत्री हरसिमरत कौर ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन अभी भी उनकी पार्टी का रुख साफ नहीं है। यह सब एनडीए में बने रहने के लिए किया जा रहा है। सुखबीर सिंह बादल ने हरसिमरत कौर के इस्तीफ को बम धमाका बताया था, जिसका एसएस पंढेर ने आज जवाब दिया।
क्या कहा था सुखबीर बादल ने

अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को किसानों को संबोधित करते हुए कहा था- जिस तरह द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका ने एक ही बम से पूरे जापान को हिलाकर रख दिया था, ठीक वैसे ही अकाली दल के एक बम (हरसिमरत कौर के इस्तीफे) ने मोदी सरकार को हिला दिया। पार्टी किसानों के हक में खड़ी है और जब उनकी नहीं सुनी गई तो हरसिमरत को इस्तीफा देना पड़ा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो