धर्मेन्द्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम पंजाब के भाई-बहिनों से समर्थन मांग रहे है। इसके लिए हम उनके मुद्दे और समस्याएं समझने का प्रयास कर रहे है। हम इनका सही समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। मौजूदा कांग्रेस सांसद और प्रत्याशी सुनील जाखड द्वारा सन्नी देओल को स्थानीय मुद्दों पर बहस की चुनौती दिए जाने के सवाल पर धर्मेन्द्र ने कहा कि इस तरह की बहस के लिए हम राजनीतिज्ञ नहीं है। मैं सुनील जाखड के पिता बलराम जाखड का मित्र रहा हूं। वर्ष 2004 में धर्मेन्द्र ने राजस्थान में बलराम जाखड के खिलाफ चुनाव लडने से
इनकार कर दिया था। धर्मेन्द्र ने कहा कि भाजपा ने इस चुनाव में उनसे पटियाला से लडने की पेशकश की थी। मैंने भाजपा को कहा कि मैं अमरिंदर सिंह परिवार को बहुत अच्छी तरह जानता हूं और परिणीत कौर का बहुत सम्मान करता हूं। मैंने पटियाला से चुनाव लडने से इनकार किया तो मुझे लुधियाना से चुनाव लडने की पेशकश की गई। धर्मेंन्द्र लुधियाना के करीबी साहनेवाल के मूल निवासी है।
उधर कांग्रेस प्रत्याशी और मौजूदा सांसद सुनील जाखड का मानना है कि सनी देओल को संवाद बोलने से अधिक कोई जानकारी नहीं है। चुनाव होते ही यह अभिनेता भी पूर्व के अभिनेता की तरह गायब हो जाएगा। वे अभिनेता धर्मेन्द्र के प्रशंसक हैं और सनी देओल को भी पसंद करते है। लोग बाहरी के मुकाबले स्थानीय को पसंद करेंगे। गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र के 14 लाख 68 हजार 972 मतदाताओं में सेना के मौजूदा और पूर्व जवान बहुत है। इनके बीच भाजपा सनी देओल की फौजी छवि से सीट जीतना चाहती है।