मानसा जिले के थे राजेश कुमार मुख्यमंत्री ने 21 आर.आर. (राष्ट्रीय राइफल्स, पेरैंट यूनिट 3 गार्ड्स) के नायक राजेश कुमार जो मानसा जिले की तहसील सरदूलगढ़ के गाँव राजराना का निवासी था, के परिवार के साथ दुख ज़ाहिर किया। मुख्यमंत्री ने पाँच लाख रुपए की एक्स -ग्रेशिया और प्लाट के एवज़ में पाँच लाख रुपए समेत शहीद के अगले वारिस के लिए 10 लाख रुपए की वित्तीय सहायता का ऐलान किया है। इसके अलावा राज्य सरकार की मौजूदा नीति के अंतर्गत पीडित परिवार के एक योग्य सदस्य को सरकारी नौकरी भी मुहैया करवाई जायेगी। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार को गाँव आएगी जहाँ कोविड प्रोटोकोल की पालना करते हुये पूरे सरकारी सम्मानों के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा।
पाकिस्तान में शर्म की कमी मुख्यमंत्री ने आतंकवादियों के इस काम को शर्मनाक और कायरता पूर्ण कार्यवाही बताया। उन्होंने कहा कि जब इस समय पर भारत और पाकिस्तान समेत पूरा विश्व कोविड महामारी के खि़लाफ़ लड़ रहा है तो पाकिस्तान की तरफ से अपने नापाक इरादों को अंजाम देते हुये सरहद पार ऐसे हमले करने जारी हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि चाहे आतंकवाद को किसी भी समय अनदेखा नहीं किया सकता परन्तु मौजूदा नाजुक समय में ऐसी कार्यवाही को अंजाम देना पाकिस्तान की ओर से शर्म की कमी नजऱ आती है। उन्होंने कहा कि भारत अपने सुरक्षा जवानों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि कोविड के विरुद्ध जंग के दौरान किसी को भी इस कठिन समय में से गुजऱ रहे हमारे मुल्क का फ़ायदा उठाने की कोशिश करने की गलती नहीं करनी चाहिए।