गुडगाँवPublished: Dec 01, 2019 05:46:13 pm
Chandra Prakash sain
Haryana: रॉडार पर आई गुरुग्राम व फरीदाबाद नगर निगम
हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने फिर दिया विवादित बयान, तारका से की ममता की तुलना
चंडीगढ़. हरियाणा के स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने प्रदेश की सर्वाधिक चर्चित गुरुग्राम तथा फरीदाबाद नगर निगम में पिछले पांच साल के दौरान हुए विकास कार्यों की स्पेशल ऑडिट करवाने के निर्देश जारी किए हैं। विज ने अकाउंट जनरल को पत्र लिख कर दोनों निगमों में हुए विकास कार्यों और विभिन्न प्रकार की मंजूरी का स्पेशल ऑडिट करने के आदेश दिए हैं। विज ने यह फैसला कुछ शिकायतों के बाद लिया है। दोनों नगर निगम पिछले कुछ समय से राजनीति का अखाड़ा बने हुए हैं। पूर्व तथा मौजूदा अधिकारी एक-दूसरे को घेर रहे हैं।
मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान यह विभाग कविता जैन के पास था। अब यह विभाग अनिल विज के पास है। विज द्वारा पिछले पांच वर्षों का रिकार्ड खंगालने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि कविता जैन ने भी अपने कार्यकाल के दौरान एक बार ऐसे ही आदेश जारी किए थे लेकिन उस समय मामला अंजाम तक नहीं पहुंचा। चर्चा है कि एजी कार्यालय ने अगर गहनता से जांच की तो शिकंजा कई अधिकारियों पर कसा जाएगा।
फरीदाबाद हरियाणा की सबसे पुरानी निगम तो गुरुग्राम अन्य निगमों के मुकाबले सर्वाधिक राजस्व वाली निगम मानी जाती है। दोनों ही निगमों में भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। विज ने पिछले पांच सालों का ऑडिट करने को कहा है।
इन आदेशों के बाद दोनो निगमों में खलबली मची हुई है। कई कर्मचारी विज के फैसले के समर्थन में हैं। उनका कहना ही कि गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगम में बड़े स्तर पर धांधली हुई हैं। अगर सही तरीके से जांच हुई तो करोड़ों का घोटाला सामने आ सकता है। विज की ओर से ऑडिट के लिए लिखे गए पत्र में इंजीनियरिंग, अकाउंट्स और प्लानिंग विभाग पर खासा जोर दिया गया है।
सूत्रों की मानें तो इन निगमों में बिना टेंडर और कोटेशन के भी कम हुए हैं। विकास और पंचायत विभाग में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला इस तरह के मामले की पहले ही जांच करवा रहे हैं। ऐसे ही कई मामले निगमों में भी हैं। बताते हैं कि नक्शों को पास करने और विभिन्न तरह की मंजूरी में भी धांधली की शिकायत विज के पास पहुंची हैं।