हुड्डा ने दी थी चेतावनी
हुड्डा कांग्रेस हाईकमान को चेतावनी दे चुके थे कि उनका बेटा या समर्थक अध्यक्ष नियुक्त नहीं होता है तो वह अपने समर्थकों के साथ राजनीतिक रूप से अलग हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने मामले को गंभीरता से लिया। हुड्डा के समर्थक जितेंद्र भारद्वाज व रामकिशन गुर्जर को भी कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया। हुड्डा की राजनीति का विरोध करने वाली किरण चौधरी की पुत्री पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को भी कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
2017 में विश्नोई ने हरियाणा जनहित कांग्रेस का किया था विलय
पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल के पुत्र विधायक कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा से अलग होकर हरियाणा जनहित कांग्रेस पार्टी का गठन किया था। हालांकि यह ज्यादा समय तक नहीं चली और 2017 में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया था। बताया जा रहा है कि वे पार्टी से आस लगाए बैठे थे कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद मिलेगा।
14 वर्ष में 4 दलित बन चुके हैं अध्यक्ष
कांग्रेस पार्टी में 14 वर्ष में अलग-अलग दलित नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी दी जा चुकी है। कांग्रेस की सरकार के समय फूलचंद मुलाना, उसके बाद पूर्व सांसद अशोक तंवर और उसके बाद कु मारी शैलजा यह जिम्मेदारी निभा रही थी। बुधवार को दलित नेता उदय भान को फिर से अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी गई।