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हरियाणा में फिर से उठी छात्र संघ के सीधे चुनावों मांग

locationगुडगाँवPublished: Dec 05, 2019 06:05:26 pm

Submitted by:

Devkumar Singodiya

बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर छात्रावास खोला जाए।एससी छात्रों की फीस सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के खातों में समय से हस्तांतरित होनी चाहिए। छात्राओं के लिए सैनिटेशन सुविधा उपलब्ध करवाएं। महाविद्यालयों के रास्तों पर दुर्गा शक्ति और महिला पीसीआर की तैनाती और गश्त सुनिश्चित की जाए।

चंडीगढ़. हरियाणा में नई सरकार के सत्ता में आते ही छात्र संघों के सीधे चुनाव की मांग फिर से उठने लगी है। दिलचस्प बात है कि इस बार यह मांग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सबसे पहले उठाई है।
परिषद के प्रदेश मंत्री सुनील भारद्वाज, राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख मंदीप अटकान, भगत फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष मनीषा यादव, छात्र नेता सौरभ कुमार, सपना मलिक ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मुलाकात के बाद बताया कि उन्होंने शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव करवाने की मांग उठाई है। प्रत्यक्ष छात्रसंघ चुनाव होने से छात्रों की समस्याओं का समाधान होगा। चुनाव होने से प्रदेश व देश को कैम्पस से नया नेतृत्व मिलेगा। जिसके चलते शिक्षा मंत्री ने आगामी सत्र से इस मामले पर विचार कर सकारात्मक परिणाम देने का आश्वासन दिया है।

सुनील भारद्वाज ने कहा कि प्रदेशभर में यूजी स्तर पर सैमेस्टर सिस्टम को समाप्त करना जरूरी है। सैमस्टर सिस्टम के चलते विद्यार्थियों की खेल-कूद, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां समय के अभाव के कारण प्रभावित हो रही है। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और यौन शोषण की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए छात्र नेताओं ने कहा कि सरकार को विधानसभा में महिला सुरक्षा विषय पर विशेष सत्र बुलाकर शिक्षा के माध्यम से जागरुकता लाना, समाज में चर्चा विमर्श से सामाजिक सुरक्षा की दिशा में कार्रवाई करनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में छात्राओं के लिए बसों की संख्या बढ़ाने, जिला स्तर पर हैल्प डैस्क बनाने की मांग भी रखी।


एबीवीपी की प्रदेश सरकार से मांग

प्रत्येक जिले में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर छात्रावास खोला जाए।एससी छात्रों की फीस सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के खातों में समय से हस्तांतरित होनी चाहिए। छात्राओं के लिए सैनिटेशन सुविधा उपलब्ध करवाएं। महाविद्यालयों के रास्तों पर दुर्गा शक्ति और महिला पीसीआर की तैनाती और गश्त सुनिश्चित की जाए। प्रवेश परीक्षा और परिणाम समय पर हो यह सुनिश्चित किया जाए। संस्थाओं में रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए और शोध के लिए छात्रवृत्ति में वृद्धि की जाए।


एबीवीपी चलाएगी तीन अभियान


विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में स्कूल बैल प्रोग्राम, मिशन साहसी, सामाजिक अनुभूति, चलो गांव की ओर शामिल है। स्कूल बैल प्रोग्राम के तहत प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र के 100 स्कूलों को गोद लिया जाएगा। मिशन साहसी के अंतर्गत 500 विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में आत्मरक्षा के विशेष गुर सिखाए जाएंगे। सामाजिक अनुभूति के अंतर्गत समाज के प्रति युवाओं की संवेदनाएं जागृत करने का यह अभियान है।

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