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लॉकडाउन में सक्रिय हो गए साइबर ठग, ई-मेल या मोबाइल पर आए फर्जी लिंक ना खोलें

locationगुडगाँवPublished: Apr 27, 2020 11:44:25 pm

Submitted by:

Devkumar Singodiya

पीएम राहत कोष के नाम पर कर रहे हैं ठगी, पुलिस ने चेताया

गुरुग्राम. हरियाणा पुलिस ने कोविड-19 लॉकडाउन के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों को व्हाट्सएप या ईमेल पर आने वाले फर्जी लिंक से सावधान रहने की सलाह दी है। पुलिस ने अनुरोध किया है कि नागरिक सोशल मीडिया या ईमेल पर आए किसी भी संदिग्ध लिंक पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें, क्योंकि ऐसा करने से वे साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नवदीप सिंह विर्क ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराधी लॉकडाउन का फायदा उठाकर नागरिकों के बैंक खातों से पैसे निकालने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। कोविड-19 के नाम पर सोशल मीडिया और ईमेल पर आने वाले किसी भी फर्जी लिंक को खोलने से बचें।

साइबर अपराध के तरीकों को विवरण देते हुए विर्क ने बताया कि ऐसे साइबर अपराधी पीएम केयर फंड से मिलती जुलती नकली यूपीआई आईडी के माध्यम से डोनेशन के बारे में कहकर धोखाधडी कर रहे हैं। इसी प्रकार, आपदा प्रबंधन को फर्जी बैंक खाता सोशल मीडिया पर डालकर उसमें पैसे जमा कराने के लिए कह रहे हैं।


यह अपना रहे ठगी के तरीके

उन्होंने कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए सोषल साइट्स पर डाले गए किसी भी असत्यापित खाते में रकम जमा न कराएं। अंशदान करने से पहले पूरी जांच कर लें तथा इसके लिए आधिकारिक लिंक का ही प्रयोग करें। साइबर ठगी के अन्य तरीकों में फर्जी ऑनलाइन शॉपिंग साइट बनाकर ज्यादा डिस्कांडट पर फेस मास्क/सैनिटाइजर बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करना, संक्रमण से बचाव के लिए सरकारी वेबसाइट्स से मिलता जुलता पेज बनाकर धोखाधड़ी करना, डब्ल्यूएचओ या अस्पताल से बताकर लोगों को कॉल करके कोरोना संक्रमण किट उपलब्ध करवाना तथा होम डिलीवरी के नाम पर ओटीपी मांग कर धोखाधडी करना आदि शामिल हैं।

विर्क ने कहा कि लॉकडाउन में साइबर धोखाधड़ी करने वाले कोविड-19 से संबंधित मैलवेयर लिंक प्रसारित कर रहे हैं। इसे खोलते ही अपराधी रिसीवर के फोन या कंप्यूटर से पासवर्ड सहित गोपनीय डेटा चुरा लेते हैं। आपकी थोड़ी सी चूक मेहनत की कमाई गवां सकती है इसलिए लोगों को अपने ईमेल या व्हाट्सएप पर ऐसे लिंक पर क्लिक करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।

पुलिस कसेगी नकेल

उन्होंने आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के फर्जी या असत्यापित लिंक को न खोलें और अज्ञात नंबरों द्वारा भेजे गए ओटीपी को साझा करने से बचें क्योंकि इससे हैकर्स को उनकी निजी जानकारी हासिल हो सकती है। वहीं, हरियाणा पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ऐसे साइबर जालसाजों पर नकेल कसने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।

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